बिलासपुर: वार्ड 29 संजय गांधी, तारबाहर में पार्षद पद के लिए उपचुनाव होने जा रहा है. वार्ड की जनता जहा पूर्व पार्षद के नहीं रहने से वार्ड में समस्या होने की बात कह रही है. उम्मीदवार जातीय और पहले के पार्षद के किये कामों की बदौलत चुनाव जीतने की बात कह रहे हैं.
बिलासपुर नगर निगम में दिलचस्प होगा चुनाव बिलासपुर नगर निगम (Bilaspur Municipal Corporation) के वार्ड 29 के पार्षद शेख गफ्फार के आकस्मिक निधन के बाद वार्ड पार्षद विहीन हो गया था. शेख गफ्फार की मृत्यु के बाद लगभग 2 साल से यह वार्ड पार्षद विहीन था. यही कारण है कि यहां समस्याएं तो अत्यधिक हैं. लेकिन पूर्व पार्षद से गफ्फार के किए कार्य भी लोग भूल नहीं पाए हैं और यही कारण है कि आम जनता की संवेदना अभी भी से गफ्फार के प्रति है.
वार्ड में लोकप्रिय थे शेख गफ्फार
जिला कांग्रेस कमेटी इस बार यही संवेदना और शेख गफ्फार के प्रति मतदाताओं के सिंपैथी होने की वजह से उनके भाई शेख असलम को उम्मीदवार के रूप में खड़ा किया है. कांग्रेस को उम्मीद है कि शेख गफ्फार के किए काम और जनता का उनके लिए प्रेम कांग्रेस को लाभ मिलेगा. गफ्फार के भाई और कांग्रेस उम्मीदवार शेख असलम भाई के किए कार्यों को लेकर जनता के बीच जाने की बात कह रहे हैं. उन्हें उम्मीद है कि जनता भाई के किए कार्यों की वजह से उन्हें पसंद करेगी और उन्हें वोट देकर विजई बनाएगी.
शेख गफ्फार के विकल्प की तलाश
बीजेपी ने हारे हुए प्रत्याशी को इस बार भी उम्मीदवार बनाया है. उम्मीदवार इसलिए दोबारा मौका छोड़ना नहीं चाह रहे हैं कि इस बार जन नेता के रूप में जाने जाने वाले शेख गफ्फार नहीं है. बल्कि इस बार उनके सामने उनके भाई हैं. भाजपा ने राजेश रजक को अपना उम्मीदवार घोषित किया है.
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जनता देगी इस बार जीत का आशीर्वाद: बीजेपी प्रत्याशी
राजेश रजक का कहना है कि जनता ने उन्हें पिछले बार यह वादा किया था कि वह अगली बार उन्हें वोट देकर विजाई बनाएंगे और उन्हें वादों को निभाने के लिए फिर मौका मिल गया है. इसलिए वह चुनाव मैदान में उतरे हैं, उन्हें उम्मीद है कि इस बार जनता उन्हें जीत दिलाएगी. भाजपा उम्मीदवार राजेश को जनता की सेवा और भरोसा जीतकर का पूरा भरोसा है.
वार्ड 29 में 60% मुस्लिम आबादी
कांग्रेस से टिकट मांग रहे इदरीश कुरैशी भी चुनावी मैदान में उतर गए हैं. इदरीश कुरैशी को कांग्रेस से उम्मीदवारी करने का मौका नहीं मिला और इसलिए उन्होंने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया है. इदरीश कुरैशी का कहना है कि 60% मुस्लिम मतदाता होने और सामान्य अन्य जातिवर्ग के लोगों का सहयोग मिलने की उम्मीद को लेकर ही चुनाव मैदान में वे उतरे हैं.
निर्दलीय प्रत्याशी ने भरी जीत की हुंकार
उन्हें पूरा भरोसा है कि वे चुनाव जीतेंगे. इदरीश कुरैशी का कहना है कि लगातार कांग्रेस वार्ड में जीत हासिल करती आई है और इस बार आम जनता कांग्रेस के जिस उम्मीदवार को लगातार जीत दिलाती आई है. वह इस बार चुनाव मैदान में नहीं है और जरूरी नहीं है कि अगर भाई अच्छा काम किया हो तो दूसरा भाई भी अच्छा काम करेगा. इस बात को लेकर उन्हें जनता पर भरोसा है कि इस बार परंपरागत सीट में वे निर्दलीय के रूप में काबिज होंगे और वार्ड का पार्षद बन जाएंगे.
वार्ड 29 में मात्र 3 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है. माना जा रहा है कि कांग्रेस, भाजपा तो ठीक लेकिन निर्दलीय उम्मीदवार को पार्टी विशेष के द्वारा खड़े किया गया है, कि कहीं नामांकन रद्द हो या फिर किसी तरह का अड़ंगा हो जाने पर पार्टी विशेष की तरफ से उन्हें उम्मीदवारी का मौका मिल जाएगा और यही कारण है कि इस वार्ड में तीन उम्मीदवार ही उम्मीदवारी कर रहे हैं. लेकिन अब देखना होगा कि आगे जनता किस पर भरोसा करती है और किसे अपना आशीर्वाद प्रदान करती है.