बिलासपुर: रेलवे बोर्ड ने देश में डबल डेकर माल गाड़ी चलाने की योजना तैयार की है. इसके लिए बोर्ड ने देश के सभी जोन को एक पत्र भेजा है. डबल डेकर माल गाड़ी चलाने के लिए टनल, ब्रिज और अन्य जानकारी तत्काल देने के लिए कहा गया है. सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही देश के साथ ही दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में भी डबल डेकर मालगाड़ी दौड़ने (Railway new experiment on freight and passenger transport) लगेंगी. इस योजना के सफल होने के बाद बोर्ड डबल डेकर यात्री ट्रेनें चलाने की (Indian Railways operate double decker goods trains) भी योजना बना सकता है.
डबल डेकर यात्री ट्रेनों से लोगों को होगा फायदा: यदि ऐसा हुआ तो आने वाले समय में रिजर्वेशन में नो रूम की शिकायत खत्म हो जाएगी और आसानी से यात्रियों को कंफर्म टिकट मिल जाएगी. इससे यात्रा तो आसान होगी ही साथ ही रेलवे को अधिक कमाई भी होगी
विदेश के तर्ज पर लिया गया है फैसला: देश में कोयले की संकट के कारण कई राज्यों में पावर प्लांट बंद होने की कगार पर आ गए हैं. वहीं माल लदान में भी तेजी से वृद्धि नहीं हो रही है. ऐसे में रेलवे बोर्ड ने माल लदान के लिए पूरे देश में यात्री ट्रेनों को कैंसिल करना शुरू कर दिया है. बिलासपुर जोन की लगभग 35 यात्री ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया है. इन सब से निपटने के लिए रेलवे बोर्ड ने विदेशों की तरह देश में भी डबल डेकर माल गाड़ी चलाने का फैसला लिया है. उसे शुरू करने के लिए संभावनाओं की तलाश शुरू कर दी गई है.
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से मांगी गई है जानकारी:रेलवे बोर्ड द्वारा देश के सभी जोन के साथ ही एसईसीआर को पत्र भेजकर डबल डेकर माल गाड़ी चलाने के संबंध में जानकारी मांगी गई है. इस दौरान मालगाड़ी के रूट में पड़ने वाले टनल, ब्रिज और अन्य रुकावट संबंधी जानकारी मांगी गई है. इन टनल और ब्रिज से डबल डेकर मालगाड़ी गुजर पाएगी या नहीं. इसकी रिपोर्ट तत्काल देने के लिए कहा गया है. इसके अलावा अन्य मुश्किलों के संबंध में जानकारी मांगी गई है. अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही एसईसीआर में डबल डेकर मालगाड़ी का परिचालन शुरू हो जाएगा. वहीं तेजी से कोयले और अन्य सामानों की सप्लाई की जा सकेगी।
यात्री ट्रेनों को भी डबल डेकर बनाया जाएगा:रेलवे बोर्ड ने डबल डेकर माल गाड़ी चलाने की योजना तैयार की है. यदि यह योजना सफल रही तो आने वाले समय में यात्री ट्रेनों को भी डबल डेकर बनाया जाएगा. यानी ऊपर और नीचे दोनों डिब्बों पर यात्री सफर करेंगे. यदि ऐसा हुआ तो आने वाले समय में आरक्षण में वेटिंग की समस्या खत्म हो जाएगी और आसानी से यात्री ट्रेनों में स्लीपर कोच में सफर कर सकेंगे और समय की कमी के साथ ही सुविधाएं मिलने पर यात्रियों की यात्रा आसान हो जाएगी.