छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

गोधन न्याय योजना में गड़बड़ी, 2 बैल के मालिक ने बेचा 6400 किलो गोबर

बिलासपुर के कोटा विधानसभा में गोधन न्याय योजना में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है. 2 बैल के मालिक किसान ने 7 दिन में 6 हजार 400 किलो गोबर बेचा है. विभाग जांच में जुटा हुआ है.

in Kota bilaspur Owner of 2 bulls sold 6400 kg dung in 7 days
गौठान

By

Published : Nov 29, 2020, 10:59 AM IST

Updated : Nov 29, 2020, 2:25 PM IST

बिलासपुर:जिले के जनपद पंचायत कोटा में गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी में गड़बड़ी सामने आई है. समिति ने गांव के एक किसान के दो बैलों से 7 दिनों में 6400 किलो गोबर की खरीदी कर ली है. यही नहीं इसके एवज में उसे 12 हजार 800 रुपए का भुगतान कर दिया गया है. गड़बड़ी सामने आने के बाद अब जिला पंचायत में हड़कंप मचा हुआ है, अधिकारी जांच की बात कह रहे हैं.

गोधन न्याय योजना में गड़बड़ी
गोबर खरीदी

पढ़ें- धान खरीदी: नया कैसे रखेंगे जब केंद्रों में सड़ रहा है पुराना धान, कितना तैयार बिलासपुर ?

भूपेश सरकार ने गोधन योजना की शुरुआत की है. इसमें गोवंश की रक्षा के साथ मवेशियों का गोबर बेचकर समूह को आत्मनिर्भर बनाने की योजना बनाई गई है, लेकिन कुछ मामलों में गोबर खरीदी को लेकर सवालिया निशान उठने लगे हैं. कोटा ब्लाक के ग्राम खैरा में ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहांं दो बैल के मालिक ने 1 सप्ताह में 6400 किलो गोबर की बिक्री की है. इसके एवज में उसे 12 हजार 800 रुपये का भुगतान समिति ने कर दिया गया है. जबकि दो बैल के लिहाज से प्रतिदिन 10 किलो गोबर की खरीदी का मापदंड तय होने की बात कही जा रही है. एक किसान द्वारा मापदंड से अधिक गोबर बिक्री करने पर योजना के क्रियान्वयन सवाल खड़े हो रहे हैं.

गौठान
गौठान

गड़बड़ी की हो रही जांच

जनपद और जिला पंचायत के आला अफसरों अब जांच की बात कह रहे हैं. हालांकि अधिकारियों का यह भी कहना है, कि सरकार ने प्रति मवेशी या गोपालक गोबर बिक्री के लिए कोई मापदंड तय नहीं किया है, कोई भी पंजीकृत गोपालक कितना भी गोबर विक्रय कर सकता है. जिला पंचायत अध्यक्ष का कहना है कि गड़बड़ी की जांच करा रहे हैं, गोपालकों को लाभ मिले ये प्राथमिकता में है.

Last Updated : Nov 29, 2020, 2:25 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details