बिलासपुर: नक्सलियों की मदद करने के आरोपी निशांत जैन ने अपनी जमानत याचिका वापस ले ली है. बता दें कि निशांत जैन और उनके भाई वरुण जैन पर आरोप है कि वे अपनी कंस्ट्रक्शन कंपनी 'जैन लैंडमार्क' की आड़ में नक्सलियों की मदद करते थे. दोनों भाई ठेकेदारी का काम किया करते थे. इनकी कंपनी का संचालन छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र कांकेर में होता था, लेकिन कुछ महीनों पहले छत्तीसगढ़ पुलिस ने निशांत जैन को गिरफ्तार कर लिया था. वहीं उसका भाई वरुण जैन फरार होने में कामयाब हो गया था. मामले को लेकर निशांत जैन ने हाईकोर्ट में नियमित जमानत याचिका दायर की थी, जिसे सोमवार को विड्रॉ कर लिया गया है.
पुलिस के मुताबिक, दोनों भाईयों पर नक्सलियों को पैसे पहुंचाने का आरोप लगा था. मामले को लेकर फरार वरुण जैन ने जमानत याचिका अदालत में दायर की थी, जिस पर सुनवाई के बाद हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने अपना फैसला सुरक्षित रखा था. वहीं मामले को लेकर निशांत जैन ने भी हाईकोर्ट में नियमित जमानत याचिका दायर की थी, जिसे सोमवार को आरोपी निशांत जैन ने वापस ले लिया है.
5 हफ्ते के अंदर 15 से ज्यादा लोग गिरफ्तार
बता दें कि बस्तर पुलिस नक्सलियों के शहरी नेटवर्क पर लगातार शिकंजा कस रही है. इस मामले में 5 हफ्ते के अंदर 15 से ज्यादा लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं, लेकिन फरार आरोपी ठेकेदार वरुण जैन का पुलिस को अबतक कोई सुराग नहीं मिल पाया है. अब कांकेर पुलिस ने वरुण जैन की जानकारी देने पर 10 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की है. इस मामले में अकेले कांकेर पुलिस अब तक 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.