गौरेला पेंड्रा मारवाहीःछत्तीसगढ़ में आदिवासी इलाके में सरकार के लाख दावों के बावजूद छात्रावासों की स्थिति बद से बदतर है. पेंड्रा विकासखंड (Pendra ) के सकोला प्रीमैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास (sakola preemaitrik aadivaasee kanya chhaatraavaas) की छात्राएं(girl students) पिछले 4 दिनों से बिना अधीक्षिका (superintendent) के रहने को मजबूर है. हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि पिछले दो दिनों से छात्रावास में बच्चियों का भोजन भी खत्म हो जा रहा है.
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उतना ही नहीं बच्चियों के थाली से हरी सब्जियां गायब हो गई है. पिछले 3 दिनों से छात्राएं आलू बड़ी की सब्जी खाने को मजबूर हैं.आदिवासी छात्राओं को बेहतर शिक्षा दिलाने के लिए आदिवासी विकास विभाग ने छात्रावासों की व्यवस्था की है, ताकि आदिवासी इलाकों में रहने वाली छात्राओं को बेहतर शैक्षणिक माहौल में बैलेंस डाइट के साथ बेहतर आवासी व्यवस्था मिल सके.
लेकिन पेंड्रा विकासखंड में आदिवासी विकास विभाग की अव्यवस्था इस कदर हावी है कि कन्या छात्रावासों में छात्राएं बिना छात्रावास अधीक्षिका के रहने को मजबूर हैं. फिलहाल छात्राएं रसोइए और गार्ड के भरोसे ही रहने को विवश हैं.