बिलासपुर : शहर में दिवाली का पर्व काफी उत्साह में मनाया गया. दिवाली के बाद गौरी गौरा की पूजा और उसके बाद विसर्जन का कार्यक्रम होता है. पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ छत्तीसगढ़ी पारंपरिक वेशभूषा में महिलाएं और पुरुष झूमते नाचते हुए गौरा गौरी विसर्जन यात्रा में शामिल हुए. सिर में बाबा भोलेनाथ और माता पार्वती की प्रतिमा को सुसज्जित कर महिलाएं आस्था में झूमती हुई दिखाई दी. Gaura Gauri Puja and Visarjan Program in Bilaspur
बिलासपुर में गौरा गौरी पूजा और विसर्जन कार्यक्रम
Bilaspur latest news बिलासपुर में कोरोना के दो साल बाद दीपोत्सव के त्योहार के चौथे दिन मनाया जाने वाला गौरा गौरी की विसर्जन यात्रा में गजब का उत्साह नजर आया. बिलासपुर में मगरपारा क्षेत्र में स्थानीय लोगों ने गौरा गौरी विसर्जन यात्रा निकाली.
बिलासपुर में गौरा गौरी पूजा और विसर्जन कार्यक्रम
पुरुष और महिलाएं आदिवासियों के बूढ़ादेव की पूजा कर विसर्जन करने निकले. छत्तीसगढ़ के गांवों और शहरों में गोरी गौरा की पूजा करने के साथ ही विधि विधान से विसर्जन की परंपरा काफी पुरानी है. पारंपरिक वाद्यांयत्रोंं में देवी भक्ति में गीत गाए गए. Bilaspur latest news
Last Updated : Oct 26, 2022, 7:06 PM IST