बिलासपुर:सिविल लाइन थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने बताया "थाना क्षेत्र नेहरू नगर में रहने वाला संजय गुप्ता रेलवे में ड्राफ्टमैन का काम करता है. जिसे अपने बेटी के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदना था./ इस पर गुप्ता ने इन्टरनेट के माध्यम से ऑनलाइन साइट पर जाकर इसकी जानकारी ली. इसके कुछ देर बाद ही उसे अनजान नंबर से फोन आया. फोन करने वाले ने गुप्ता को इलेक्ट्रिक स्कूटर कंपनी का कर्मचारी बताते हुए उसे स्कूटर की रेट बताकर डिस्काउंट देने का झांसा दिया. इस पर वह स्कूटर खरीदने के लिए तैयार हो गया. कथित कर्मचारी ने गाड़ी का मूल्य 115999 बताया और 15 हजार डिस्काउंट देने की बात कही."
बिलासपुर में स्कूटी खरीदने के नाम पर ठगी:"22 जनवरी को यूपीआई के माध्यम से 25000 उसने जमा कर दिया. अज्ञात कथित कंपनी कर्मचारी का 23 जनवरी को फिर से प्रार्थी के पास मैसेज आया और स्कूटी तैयार होने की बात कहते हुए रजिस्ट्रेशन के लिए 22649 की रिफंड अमाउंट की मांग की. जो 5 से 10 मिनट के बाद रिटर्न होने करने की बात करते हुए विश्वास दिलाया. इसी बीच 22649 रुपया जमा कर दिया. जालसाज की बातों में आकर रेलवे कर्मचारी ने उसके बताएं अकाउंट मे कुल 47649 रूपये जमा कर दिए. इस पर ट्रांसपोर्टेशन चार्ज के रूप में फिर उससे 18900 की मांग की. जिसके बाद संजय गुप्ता को खुद के साथ धोखाधड़ी का एहसास हुआ और फोन काट दिया. इस पूरे घटना की शिकायत सिविल लाइन थाने में की है. पुलिस मामले में जांच कर रही है.
Fraud Job In Bilaspur: नौकरी लगाने का झांसा देकर युवक से ढाई लाख की ठगी, केस दर्ज