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Published : Aug 3, 2022, 12:07 PM IST

Updated : Aug 3, 2022, 1:05 PM IST

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जीपीएम में जिलाध्यक्ष को लेकर कांग्रेस में गुटबाजी के सुर !

गौरेला पेंड्रा मरवाही में आदिवासी जिलाध्यक्ष की मांग को लेकर पार्टी के कार्यकर्ताओं में जमकर गुटबाजी देखी जा रही है. एक पक्ष ने आदिवासी जिलाध्यक्ष का विरोध किया (Factionalism in Congress regarding district president in GPM) है.

Factionalism in Congress regarding district president in GPM
जीपीएम में जिलाध्यक्ष को लेकर कांग्रेस में गुटबाजी के सुर

गौरेला पेंड्रा मरवाही : जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर अब कांग्रेस की गुटबाजी खुलकर सामने आ गई (Factionalism in Congress regarding district president in GPM) है. जहां पर दो दिन पहले संगठन की अहम बैठक में शामिल होने पहुंचे. कांग्रेस के डीआरओ के सामने जमकर गुटबाजी देखने को मिली. तो आदिवासी जिलाध्यक्ष की मांग भी सामने आई. हालांकि अब इस मामले में कांग्रेस के नेताओं के द्वारा इस तरह की मांग पर कहना है कि ये वर्तमान जिलाध्यक्ष (Congress District President in Gorela Pendra Marwahi) के इशारे पर सोचा समझा षड्यंत्र था. कांग्रेसियों की माने तो जिला अध्यक्ष ऐसे व्यक्ति को बनाया जाए जो सभी को एकजुट कर पार्टी को मजबूत बनाए.

जीपीएम में जिलाध्यक्ष को लेकर कांग्रेस में गुटबाजी के सुर



क्या है पूरा मामला :जिले में कांग्रेस कमेटी के द्वारा जिला अध्यक्ष को बदलने की कवायद तेज हो गई है. जिला अध्यक्ष कौन होगा .इसके लिए भी दावेदारों की लंबी कतार है. दो दिन पहले जिला अध्यक्ष पद के लिए चर्चा परिचर्चा को लेकर कांग्रेस कमेटी की ओर से योगेंद्र सिंह योगी डीआरओ पहुंचे थे. जहां कांग्रेस पार्टी के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक का आयोजन किया गया. लेकिन यहां पर कांग्रेस की गुटबाजी देखने को मिली. जिसमें वर्तमान जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता का कांग्रेस के लोगों ने जमकर विरोध किया.

आदिवासी जिलाध्यक्ष की मांग खारिज :साथ ही साथ आदिवासी जिला अध्यक्ष बनाए जाने की मांग को भी मरवाही विधानसभा (Congress in Gaurela Pendra Marwahi) से पूर्व प्रत्याशी रहे गुलाब राज ने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि '' जिला अध्यक्ष ऐसे व्यक्ति को बनाया जाए जो कांग्रेस के लोगों को एक साथ जोड़कर चले. वहीं जिलध्यक्ष की दौड़ में शामिल जिला प्रवक्ता वीरेंद्र सिंह बघेल की माने तो ''आदिवासी जिला अध्यक्ष बनाए जाने की बात का वो समर्थन नही करते. जिला अध्यक्ष जो भी हो पार्टी के सभी लोगों को एकजुट करके चले ऐसा जिला अध्यक्ष होना चाहिए. वहीं कुछ लोगों के मरवाही विधायक को निष्क्रिय बतलाने की मामले में कांग्रेस प्रवक्तता की माने तो विधायक अपना काम कर रहे हैं.आरोप लगाना सही नही.''

क्यों उठी आदिवासी जिलाध्यक्ष की मांग :जिले के आदिवासी नेता विवेक पोर्ते की माने तो आदिवासी जिला(Tribal District President demand in Gaurela Pendra Marwahi) है. आदिवासी जिलाध्यक्ष बने ऐसी उनकी मांग है.बहरहाल एक बार फिर जिले में कांग्रेस की गुटबाजी देखने को मिल रही है. ऐसे में आदिवासी जिलाध्यक्ष की मांग भी अब जोरशोर से उठाई जा रही है. देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस संगठन अब जिला अध्यक्ष की कमान किसे सौंपेगी.

Last Updated : Aug 3, 2022, 1:05 PM IST

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