बिलासपुर:वन नेशन वन कार्ड योजना (One Nation One Card Scheme) के तहत राशन वितरण व्यवस्था का सरलीकरण किया जा रहा है. वहीं कुछ लोगों के लिए ये सिस्टम पेचीदा साबित हो रहा है. उम्रदराज कार्ड धारियों के अंगूठे की लकीरें मिट जाने के कारण पीएसओ मशीन रीड नहीं कर पा रही है. इससे उन्हें सरकारी राशन मिलने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
उम्रदराज कार्डधारियों को हो रही समस्या
सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत बिलासपुर में लगभग पौने पांच लाख परिवारों को पीडीएस सिस्टम से राशन वितरण किया जा रहा है. शासन ने इस सिस्टम को सरल करने के लिए यह व्यवस्था की है कि, वे देश के किसी भी इलाके में रहकर अपने हिस्से का राशन उठा सकते हैं. इसके लिए पीएसओ मशीन का वितरण किया जा रहा है. इसमें कार्डधारी या परिवार के सदस्य अंगूठे का निशान लगा कर राशन का उठाव कर सकते हैं. लेकिन यह व्यवस्था उम्रदराज कार्डधारियों के लिए समस्या बन गई.
अंगूठे का निशान मैच न होने से हो रही दिक्कतें
65 से 70 के आसपास के उम्र वाले कार्ड धारियों के हाथों की लकीरें धुंधली हो जाती है. इससे उनका अंगूठे का निशान पीएसओ मशीन मैच नहीं कर पा रही है. समस्या यह है कि पीडीएस की दुकानों पर थंब इंप्रेशन के बाद ही राशन मिलता है. थंब इंप्रेशन मिसमैच होने की वजह से बुजुर्ग राशन से वंचित हो रहे हैं. उन्हें दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. बिलासपुर में ये समस्या आम होती जा रही है. कुछ ऐसे लोग भी हैं जो कम उम्र के हैं और घरेलू कार्य और दिहाड़ी मजदूरी का कार्य करने की वजह से उनके थंब इंप्रेशन मैच नहीं होते. उनके हाथों की लकीरें मिट गई है. यही कारण है कि अब कई राशन दुकानों में ऐसे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इन लोगों को मुट्ठी भर अनाज के लिए खाद्य विभाग के चक्कर काटने पड़ रहे हैं.