बिलासपुर :कोविड महामारी की चुनौतियों के बावजूद भारतीय रेलवे (Indian Railways) के साथ-साथ दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (South East Central Railway)ने भी अगस्त 2021 के दौरान लदान और आय (shipments and earnings) के मामले में माल ढुलाई के आंकड़ों में उच्च गति बनाए रखी. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने पिछले वित्तीय वर्ष 2020 के अगस्त’ महीने की 13.66 मिलियन टन की तुलना में वर्तमान वर्ष की अगस्त’ 2021 महीने में 15.40 मिलीयन टन माल लदान की है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 13 प्रतिशत अधिक है.
संचयी मालदान में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे को 81.92 मिलियन टन की उपलब्धि
इसी प्रकार संचयी मालदान में भी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 के अगस्त महीने तक 65.04 मिलियन टन की तुलना में वर्तमान वित्तीय वर्ष 2021-22 के अगस्त महीने तक 81.92 मिलियन टन माल लदान की उपलब्धि हासिल की है. यह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 26 प्रतिशत अधिक है. इसी प्रकार दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने अगस्त 2021 के दौरान माल ढुलाई से 1468.12 करोड़ रुपये राजस्व अर्जित किया है, जो अगस्त 2020 (1331.38 करोड़ रुपये) की तुलना में 9.7 प्रतिशत अधिक है.
भारतीय रेलवे ने अगस्त 2021 में 10,866.20 करोड़ का अर्जित किया राजस्व
भारतीय रेलवे की अगस्त 2021 के दौरान माल ढुलाई 110.55 मिलियन टन है, जो अगस्त 2020 (94.59 मिलियन टन) की तुलना में 16.87 प्रतिशत अधिक है. एक ही अवधि में भारतीय रेलवे ने अगस्त 2021 के दौरान माल ढुलाई से 10,866.20 करोड़ रुपये राजस्व अर्जित किये. यह अगस्त 2020 (9,043.44 करोड़ रुपये) की तुलना में 20.16 प्रतिशत अधिक है. भारतीय रेलवे में अगस्त 2021 महीने में ढुलाई के दौरान भेजी गई महत्वपूर्ण वस्तुओं में 47.94 मिलियन टन कोयला, 13.53 मिलियन टन लौह अयस्क, 5.77 मिलियन टन कच्चा लोहा और तैयार स्टील, 6.88 मिलियन टन खाद्यान्न, 4.16 मिलियन टन उर्वरक, 3.60 मिलियन टन खनिज तेल, 6.3 मिलियन टन सीमेंट (क्लिंकर को छोड़कर) और 4.51 मिलियन टन क्लिंकर शामिल हैं.
भारतीय रेलवे ने अगस्त 2021 में की अधिक माल ढुलाई
भारतीय रेलवे ने अगस्त 2021 में लदान और राजस्व अर्जन के मामले में सबसे अधिक माल ढुलाई दर्ज की. भारतीय रेलवे का माल लदान 110.55 मिलियन टन था, जो अगस्त 2020 (94.59 मिलियन टन) की तुलना में 16.87 प्रतिशत अधिक है. माल ढुलाई में 10,866.20 करोड़ रुपये राजस्व अर्जित किया, जो अगस्त 2020 (9,043.44 करोड़ रुपये) की तुलना में 20.16 प्रतिशत अधिक है.