बिलासपुर:छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेलों को ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में प्रोत्साहित करने और खेलों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का आयोजन 6 अक्टूबर से 6 जनवरी 2023 तक पूरे राज्य में किया जा रहा है. जिले में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का जिला स्तरीय आयोजन 18 से 24 नवम्बर तक राजा रघुराज सिंह स्टेडियम और स्व. बी.आर.यादव राज्य खेल प्रशिक्षण केंद्र बहतराई में किया जा रहा है.
छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का जिला स्तरीय आयोजन, 18 नवम्बर से होंगे खेल शुरू - मुख्यमंत्री भुपेश बघेल
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने प्रदेश के पारम्परिक खेलों को जिंदा रखने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक कि शुरूआत की. जिसमें फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, बिल्लस, पिट्टूल जैसै छत्तीसगढ़ के 14 पारम्परिक खेल शामिल हैं. अब 18 नवंबर से जिला स्तरीय आयोजन शुरू हो रहा है.
ये है छत्तीसगढ़िया ओलंपिक: छत्तीसगढ़ के खेलों को जिंदा रखने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने प्रदेश में छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक शुरू किया. इस आयोजन में छत्तीसगढ़ के पारम्परिक 14 खेल विधाओं में प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही है. जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के विभिन्न खेल विधाओं में लगभग 1740 प्रतिभागी अपना खेल जौहर दिखाएंगे. 18 नवम्बर को बिलासपुर में राजा रघुराज सिंह स्टेडियम में सवेरे 10 बजे से फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, बिल्लस, पिट्टूल में 210 प्रतिभागी, 19 नवम्बर को बांटी एवं गिल्ली डंडा में 270 प्रतिभागी, 20 नवम्बर को खो-खो में 360 प्रतिभागी, 21 नवम्बर को रस्साकस्सी में 270 प्रतिभागी, 22 नवम्बर को संखली में 210 प्रतिभागी, 23 नवम्बर स्व. बी. आर.यादव राज्य खेल प्रशिक्षण केंद्र बहतराई में दौड़, लंबी कूद, लंगडी दौड़ में 120 प्रतिभागी एवं 24 नवम्बर को कबड्डी में 300 प्रतिभागी भाग लेंगे.