बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में डायल 112 लोगों की मदद के लिए लगातार काम कर रहा है. डायल 112 के माध्यम से लोगों को तुरंत मदद मिल रही है. हाल ही में लुतरा शरीफ और दुर्ग जैसी जगहों में हुए मामलों में डायल 112 ने उपस्थिति देकर लोगों के दिलों में अपनी जगह बना ली है. जिसकी तारीफ खुद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी कर चुके हैं.
मामला बिलासपुर के सिरगिट्टी का है. जहां तिफरा हाईटेक बस स्टैंड के पास एक 75 वर्षीय असहाय बुजुर्ग महिला को अकेले बैठे कुछ लोगों ने देखा, जो चलने में भी असमर्थ थी. आसपास के लोगों ने उससे जानकारी ली तो, बुजुर्ग ने बताया कि वह रतनपुर महामाया मंदिर की निवासी है. जिन्हें उनके बेटे और बहू ने घर से निकाल दिया है. जिसके कारण वह भटकते हुए यहां पहुंच गई है.
डायल 112 ने की बुजुर्ग की मदद
मामले को देखते हुए लोगों ने इसकी खबर डायल 112 को दी. जानकारी मिलते ही तुरंत डायल 112 की टीम वहां पहुंची. जिसमें आरक्षक प्रफुल्ल यादव और इगल पायलट भुनेश्वर साहू ने उस भूखी प्यासी बुजुर्ग को सबसे पहले नाश्ता कराया फिर उनके निवास स्थान के बारे में जानकारी लेकर बताए पते पर उसे सुरक्षित पहुंचा दिया. वहीं उनके बेटे बहू को भविष्य में ऐसा ना करने की समझाइश देकर एक मानवता की मिसाल पेश की है.
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मानवता की मिसाल बना डायल 112
आज के समय में स्वार्थ इतना हावी हो गया है कि अपने रिश्ते नातों को भी लोग नहीं बख्श रहे हैं. चाहे वो मां हो या पिता, फिर अन्य लोगों से कैसे उम्मीद रखे. लेकिन आज भी हमारे देश में मानवता जिंदा है जो ऐसे स्वार्थी लोगों पर और ऐसी सोच वालों पर एक तमाचा है.