बिलासपुर: नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने एक बार फिर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड टेस्टिंग और मौतों को लेकर राज्य सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं. कौशिक ने कहा कि पूरे प्रदेश में केवल स्वास्थ्य केंद्रों में परीक्षण हो रहे हैं. गांव में एक भी टेस्ट नहीं हो रहे हैं. ग्रामीण सर्दी खांसी बुखार से परेशान हैं. लेकिन हैरत की बात यह है कि गांवों में कोरोना टेस्ट करने वाला कोई नहीं है. शासन और प्रशासन केवल अपनी पीठ थपथपाने में लगी हुई है. गांवों में जाकर लोगों का परीक्षण कराया जाए तो सही स्थिति का पता चल पाएगा. आज जो तादाद है इससे चार गुना अधिक मामले सामने आएंगे. कौशिक ने सरकार पर संक्रमितों और मौतों की संख्या छुपाने का आरोप लगाया. कौशिक ने कहा कि श्मशान घाट में जल रही लाशें और शासन-प्रशासन के रिकॉर्ड में काफी अंतर है.
बीजेपी का बघेल सरकार पर गंभीर आरोप लॉकडाउन नहीं वैक्सीनेशन के ऊपर देना-होगा जोर
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कहीं ना कहीं सरकार को ग्रामीण क्षेत्रों में टेस्टिंग पर ध्यान देना चाहिए, जिससे ज्यादा से ज्यादा जांच कर संक्रमण की रफ्तार को रोका जा सके. इसके साथ ही कौशिक ने लॉकडाउन की समीक्षा करने की भी पैरवी की है. कौशिक ने कहा कि लॉकडाउन से लोग ऊब चुके हैं. सरकार को इसके विकल्प जो कि केवल वैक्सीनेशन है. उसपर जोर देना चाहिए.
बिना देर किए तत्काल वैक्सीनेशन शुरू करे सरकार: धरमलाल कौशिक
छत्तीसगढ़ में गुरुवार को मिले 9121 नए कोरोना मरीज
छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन का असर देखने को मिल रहा है. प्रदेश में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में कमी देखने को मिली है. गुरुवार को प्रदेश में 9,121 लोग संक्रमित मिले हैं. वहीं मौत के आंकड़ों में कमी देखने को नहीं मिल रही है. गुरुवार को 195 लोगों की मौत कोरोना से हुई है. सर्वाधिक दुर्ग में 34 लोगों की मौत हुई है. वहीं 12,274 मरीज स्वस्थ होने के बाद रिकवर हुए हैं. वहीं गुरुवार को राज्य में 67,738 लोगों की कोरोना जांच की गई. छतीसगढ़ में कोरोना से मौत का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है. रोजाना करीब 200 लोगों की मौत हो रही है. जो शासन-प्रशासन के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. गुरुवार को रायपुर में 28 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. इसके अलावा रायगढ़ में 13 , बिलासपुर में 17, सूरजपुर में 14 लोगों की मौत हुई है.
SPECIAL: कोरोना का साया, छत्तीसगढ़ के हजारों कैदियों को फिलहाल 'आजादी'
छत्तीसगढ़ में ब्लैक फंगस ने भी डराया
कोरोना वायरस का संक्रमण और अब ब्लैक फंगस ने डॉक्टरों और मरीजों के सामने नई परेशानी खड़ी कर दी है. म्यूकरमाइकोसिस नाम की बीमारी ने सरकार को इंतजाम बढ़ाने के लिए सचेत किया है. ब्लैक फंगस में इस्तेमाल होने वाली दवाइयां भी महंगी हैं और इनकी डिमांड बढ़ गई है. छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chhattisgarh Chief Minister Bhupesh Baghel) ने सभी जिलों में ब्लैक फंगस के उपचार के लिए सभी जरूरी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए हैं.