गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: मरवाही उपचुनाव सियासी पारा चरम पर है. यहां हर रोज नए-नए समीकरण देखने को मिल रहे हैं. शुक्रवार को छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जेसीसीजे) के कद्दावर नेता और लोरमी विधायक धरमजीत सिंह का पूर्व सीएम रमन सिंह से मिलना काफी सुर्खियों में रहा. धरमजीत सिंह ने इसे सामान्य सौजन्य मुलाकात बताया है. लेकिन मरवाही के वर्तमान सियासी परिस्थितियों के बीच इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है.
रमन सिंह और धरमजीत सिंह की मुलाकात धरमजीत सिंह ने खुलकर इस बात को तो नहीं कहा लेकिन इशारों-इशारों में उन्होंने भाजपा प्रत्याशी के समर्थन की बात जरूर कह दी. उन्होंने कहा कि मरवाही की जनता स्वर्गीय अजीत जोगी का अपमान बिल्कुल नहीं सहन कर सकती. मरवाही की जनता अजीत जोगी से प्यार करती है और जनता अपना निर्णय सोच समझ कर लेगी.
जेसीसीजे विधायकों के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने को नकारा
धरमजीत सिंह ने रमन सिंह से हुई चर्चा को सार्थक बताया. उन्होंने कहा कि आगे इसका परिणाम दिखेगा. धरमजीत सिंह ने कहा कि रमन सिंह से हमारी चर्चा रणनीतिक स्तर पर हुई है. धरमजीत सिंह ने अपने विधायकों के कांग्रेस के संपर्क में आने की बात को नकारते हुए कहा कि यह सत्ताधारी दल कांग्रेस की ओर से छोड़ा गया एक शिगूफा है. कांग्रेस पार्टी इस मामले में बेवजह भ्रम फैला रही है.
किस ओर जाएगा जोगी कांग्रेस का वोट शेयर
मरवाही उपचुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही अब मुकाबला सिमट कर रह गया है. जेसीसीजे की उम्मीदवारी खत्म होने के बाद वर्तमान में कांग्रेस पार्टी का पलड़ा भारी नजर आ रहा है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी अपने चुनावी सभाओं में रिकॉर्ड मतों से जीत का दावा कर रहे हैं. हालांकि जेसीसीजे का वोट पूरी तरह कांग्रेस की ओर शिफ्ट हो रहा है या नहीं अभी इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता. फिलहाल क्षेत्र में जेसीसीजे न्याय की बात कर एक नया राजनीतिक समीकरण आजमाने में लगी है.