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धान तिहार 2022: बिलासपुर में शुरू हुई धान खरीदी, 130 केंद्रों में हो रही खरीदी

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Published : Nov 1, 2022, 6:24 PM IST

छत्तीसगढ़ में मंगलवार से धान खरीदी की शुरुआत हो गई है. बिलासपुर जिले में 114 समितियों के माध्यम से 130 केंद्रों में धान की खरीदी की जाएगी. जिले में इस वर्ष 54 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है. 1 लाख 23 हजार 388 किसान पंजीकृत हैं, जिनसे धान की खरीदी की जाएगी.

paddy procurement centers in bilaspur
बिलासपुर में शुरू हुई धान खरीदी

बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में मंगलवार से धान खरीदी की शुरुवात हो गई है. बिलासपुर जिले में धान खरीदी केंद्रों से इसकी शुरुआत की गई. जनप्रतिनिधि और अधिकारियों ने किसानों को फूल माला पहनाकर धान खरीदी की शुरुआत की. कलेक्टर सौरभ कुमार ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी अभियान का रतनपुर खरीदी केंद्र में शुभारंभ किया. उन्होंने तराजू, बांट की पूजा कर किसान द्वारा लाए गए धान की तौलाई की. इस मौके पर किसानों को बताया गया कि राज्य सरकार उनकी पूरी उपज की खरीदी करेगी.

जिले में धान खरीदी के पहले दिन बिल्हा धान खरीदी केंद्र में कांग्रेस नेताओं ने किसानों को घर बैठे ऑनलाइन टोकन लेने की सलाह दी और उनका नंबर आने पर धान खरीदी केंद्र पहुंचने की सलाह दी.

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1 लाख 23 हजार 388 किसान पंजीकृत: जिले में 130 धान खरीदी केंद्रों के माध्यम से 114 समितियां धान की खरीदी करेगी. किसानों को बताया गया है कि कॉमन धान का समर्थन मूल्य 2040 और ग्रेड ए धान 2060 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है. जिले में इस वर्ष 54 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है. 1 लाख 23 हजार 388 किसान पंजीकृत हैं, जिनसे धान की खरीदी की जाएगी.

बिलासपुर में 4 लाख क्विंटल से अधिक की होगी धान खरीदी: छत्तीसगढ़ में साल दर साल समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी का लक्ष्य बढ़ता जा रहा है. राज्य के साथ जिले में धान खरीदी की मात्रा में बढ़ोतरी होना स्वभाविक है. पिछले साल की तुलना में बिलासपुर जिले में चार लाख क्विंटल धान की अधिक खरीदी की जाएगी. राज्य शासन ने इस खरीफ सीजन के लिए समर्थन मूल्य पर धान की लक्ष्य में 4 लाख क्विंटल की बढ़ोतरी की है.

जुलाई से अब तक 2000 से अधिक किसानों ने पंजीयन कराया: राज्य शासन ने इस बार 15 दिन अतिरिक्त समय देते हुए 15 नवंबर के बजाय 1 नवंबर से खरीदी शुरू करने की घोषणा की थी. किसानों को धान बेचने के लिए अधिक अवसर मिलेगा. इसी प्रकार पंजीयन के आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले साल के मुकाबले जुलाई से अब तक 2000 से अधिक किसानों ने पंजीयन करा लिया है.

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