बिलासपुर: डायरिया (Diarrhea) से फिर एक महिला ने दम तोड़ दिया है. रविवार को महिला ने घर में ही ली अंतिम सांस. विनोबा नगर की 69 वर्षीय महिला पांच दिन से डायरिया (Diarrhea) से बीमार थी. महिला का ईलाज घर में ही चल रहा था. महिला को न किसी निजी अस्पताल ले जाया गया और न ही सरकारी अस्पताल. स्वास्थ्य विभाग को महिला के विषय अब तक नहीं है. किसी तरह की जानकारी और उसकी मौत की भी जानकारी नहीं हुई है. अब तक डायरिया से बिलासपुर में 7 लोगों की मौत (Seven Die of Diarrhea in Bilaspur) हो चुकी हैं.
बिलासपुर में अब तक डायरिया से 4 मरीजों की मौत
10 दिन में 7 मौतें
डायरिया धीरे- धीरे शहर के सभी इलाकों में फैलता जा रहा है. यह बीमारी अब स्वास्थ्य विभाग के लिए नई चुनौती साबित हो रही है. पिछले 10 दिन में हुए 7 मौतों (Seven Die of Diarrhea in Bilaspur) ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लगातार डायरिया (Diarrhea) को फैलाव और इसकी रोकथाम के लिए काम कर रहे हैं. नगर निगम ने नालियों से होकर गुजरने वाली पाइप लाइन के कनेक्शन काटने शुरू कर दिया हैं और लोगों को टैंकर के माध्यम से पानी उपलब्ध कराने शुरू हो गया है.
तीन महिला और चार पुरुषों ने तोड़ा दम
नगर निगम अब तक 900 से ज्यादा घरों का सर्वे कर चुका है और आवश्यक दवाईयां भी बांटना शुरू कर दी है. लेकिन निगम के इस प्रयास के बावजूद डायरिया (Diarrhea) से मौत रुकने का नाम नहीं ले रही है. पिछले दिनों डायरिया (Diarrhea) से दो महिला और चार पुरुष की मौत हुई थी. वहीं रविवार को हुई मौत ने आंकड़ा बढ़ा दिया है और अब तीन महिला और चार पुरुषों की मौत हो चुकी है. नगर निगम नालियों से गुजरी पाइप लाइन काटना तो शुरू कर दिया है. लोगों को सावधानी बरतने के लिए लाउडस्पीकर से बचाव के लिए एलान भी करा रहे हैं.
मैदान में उतरा स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम
तारबहार और तालापारा क्षेत्र में फैले डायरिया (Diarrhea) को रोकने और बचाव के लिए सख्त निगरानी रखी जा रही है. रोकथाम के लिए 20 टीम को तैनात करने के पुराने आदेश को संशोधित किया है. निगम प्रशासन ने अधिकारियों और कर्मचारियों की संख्या में इजाफा किया है. अब तक कुल 25 टीम प्रभावित क्षेत्रों में काम कर रही है. इसके अलावा पांच अतिरिक्त टीम बनाते हुए प्रभावित क्षेत्रों के अलग-अलग इलाकों में घूम कर लोगों को समझाइश दे रहे हैं और पाइपलाइन की जांच कर उसे ठीक भी करवा रहे हैं. हालांकि यह काम निगम को बहुत पहले कर लेना था लेकिन अब शुरू करना निगम की लापरवाही को दर्शाता है.