बिलासपुर:बिलासपुर में ऑनलाइन सायबर ठग काफी सक्रिय हो गए है. ठगी के अलग-अलग तरीकों को अपनाकर ये ठग लोगों को अपना शिकार बना रहे (Cyber thugs active in Bilaspur ) हैं. अब ये ठग बिजली उपभोकताओं को बिजली बंद के साथ ही अलग-अलग तरह के मैसेज मोबाइल पर भेजते है. जिसमें लोगों को तत्काल कॉल करने कहा जाता है. मैसेज में दिए गए नंबर पर कॉल करने के बाद कुछ एप डाउनलोड करने कहा जाता है.जिसके बाद शुरू होता है ठगी का खेल.
मामले में बिजली विभाग के साथ ही पुलिस ने भी लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी है. नए-नए पैंतरे अपनाकर ये ठग भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बनाते हैं. कई लोगों का तो इन ठगों ने अकाउंट ही खाली कर दिया है.
बिजली विभाग के नाम से लोगों से ठगी शहर में कई लोगों को आया ये फर्जी मैसेजः बिलासपुर में इन दिनों बिजली बिल के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय है. बिल जमा करने के लिए लोगों के नंबरों में मैसेज आ रहा है. बिल जमा नहीं करने पर कनेक्शन काटने की धमकी दी जा रही है. मैसेज में बताए इंस्ट्रक्शन फॉलो करते ही उपभोक्ताओं के खाते से रकम गायब हो रहे हैं. शहरी क्षेत्र में दो दिनों के भीतर 4 विद्युत उपभोक्ता गिरोह के शिकार बने हैं. जिनसे करीब सवा 7 लाख रुपए की ठगी की गई है. अधिकतर रिटायर्ड लोगों को गिरोह ने अपना निशाना बनाया है.
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एप डाउनलोड करवाकर करते हैं ठगी: ठग आए दिन नए- नए माध्यमों और तरकीबों से लोगों को अपना शिकार बनाते हैं. इसमें ठगी के लिए सबसे ज्यादा ऑनलाइन माध्यमों का इस्तेमाल किया जाता है. बीते कुछ समय में तेजी से इसका विस्तार हुआ है. ठग अलग-अलग जरियों से लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं. बिलासपुर में बीते कुछ दिनों से ऐसा ही एक ठग गिरोह सक्रिय हुआ है, जो बिजली बिल जमा करने के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बना रहा है. बकायदा इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट के नाम पर इसके लिए उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबरों में मैसेज भेजे जा रहे हैं. जिसमें बिजली बिल बकाया होने के साथ जल्द बिल का भुगतान नहीं करने पर बिजली कनेक्शन काटने की धमकी दी जा रही है. कई उपभोक्ता इनके झांसे में आ रहे हैं और ठगी का शिकार हो रहे हैं. मैसेज भेजकर उपभोक्ताओं को मैसेज में दिए इंस्ट्रक्शन फॉलो करने के लिए कहा जाता है.जिसमें एनी डेस्क, टीम विवर ऐप डाउनलोड कर एप के माध्यम से बिल जमा करने का इंस्ट्रक्शन मिलता है. लेकिन जैसे ही उपभोक्ता एप डाउनलोड करते हैं उनके खाते से रकम पार हो जाता है.
बिजली विभाग ने की शिकायत: विद्युत विभाग ने इसकी शिकायत पुलिस विभाग से भी की है. इधर उपभोक्ताओं और बिजली विभाग से मिले शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामलों में धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है. इसके साथ ही साइबर की टीम को इसकी जांच के निर्देश के साथ अलर्ट किया गया है. ताकि बिजली बिल के नाम से ठगी करने वाले इस गिरोह का पर्दाफाश किया जा सके.
सायबर ठगी के इन मामलों में मिली सफलता:ऑनलाइन फ्रॉड के मामले में एससीसीयु बिलासपुर एवं जिले के थाने द्वारा शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई कर कुल 722 शिकायत जो इस वर्ष प्राप्त हुई. उसमें पीड़ितों ने लाखों रुपये की राशि धोखाधड़ी हो जाने की शिकायत दर्ज कराई थी. जिस पर साइबर पोर्टल एवं अन्य माध्यम से बैंक से संपर्क कर धोखाधड़ी राशि 26 लाख 19 हजार 835 रुपए संबंधित पीड़ित के बैंक खाते में वापस कराई गई है. साथ ही करीब 101 मामलो में धोखाधड़ी राशि 1219885 ₹ की राशि जो करीब 20 बैंक में होल्ड है. जो कानूनी प्रक्रिया पूर्ण होने पर संबंधित पीड़ित को वापस लौटाई जाएगी. इस प्रकार करीब 38,39,720 ₹ धोखाधड़ी की राशि संबंधित पीड़ित को वापस दिलाई गई है.
इनके पैसे होंगे वापस
- नया पारा सिरगिट्टी निवासी नागेंद्र सिंह जिनकी कमाई के 45 हजार रूपये ऑनलाइन फ्रॉड हुए थे, जिसमें से 38 हजार रुपए पीड़ित को वापस कराया गया.
- तोरवा निवासी निधि गुप्ता जिससे 70 हजार की फ्रॉड हुआ था जिसे 69999 की राशि वापस कराई गई.
- तोरवा निवासी प्रदीप राय से 2 लाख 70 हजार ककी राशि फ्रॉड हुआ था जिसका सम्पूर्ण राशि वापस कराई गई थी.
- इसी प्रकार वर्तमान में सरकंडा निवासी अरुण कुमार श्रीवास्तव से बीजली कनेक्शन काटने का झांसा देकर कुल 6 लाख की राशि फ्रॉड की गईं जो सम्पूर्ण राशि वॉलेट में होल्ड कराई गई है.