बिलासपुर: छत्तीसगढ़ सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट नरवा, गरुवा, घुरवा अउ बाड़ी को अधिकारी और ठेकेदार पलीता लगा रहे हैं. इसका नजारा गौरेला ब्लॉक में देखने को बखूबी मिल रहा है. जहां पर गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य के खुलासे के बाद जवाबदार जवाब देने से बचते नजर आ रहे हैं. इतना ही नहीं आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के बजाय मामले की लीपापोती करने में लगे हैं.
दरअसल, छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, गुरुवा अउ बाड़ी के तहत गौरेला के धनौली ग्राम पंचायत में गौठान का निर्माण कराया था, लेकिन गौठानों में अव्यवस्था का आलम पसरा है. 3 एकड़ में बने गौठान में न पानी की कोई सुविधा और न ही यहां मवेशी रहते हैं.