बिलासपुर: कोरोना ने पूरी दुनिया में तहलका मचाकर रखा है. देश में कोरोना मरीजों की संख्या 79 लाख के पार पहुंच गई है. वहीं बीते कुछ दिनों से कोरोना मरीजों की घटती संख्या ने लोगों को कुछ राहत दी थी, लेकिन बढ़ती ठंड के साथ ही कोरोना के संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है. डॉकटरों का कहना है कि मौसम में बदलाव के कारण कोरोना संक्रमण तेजी से अपने पैर पसारना शुरू करेगा. लिहाजा वैक्सीन आने तक एकमात्र बचाव ही उपाय है.
छत्तीसगढ़ में ठंड ने दस्तक देनी शुरू कर दी है. वायरस का प्रभाव ठंडी या सूखी जलवायु में ज्यादा होता है. ठंड के मौसम में सूरज का तापमान भी कम होता है, जिससे विटामिन डी का स्तर कम हो जाता है, जो हमारी इम्युनिटी को प्रभावित करता है. ऐसे में लोगों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है.
लापरवाही से बढ़ सकता है कोरोना का खतरा
विशेषज्ञों की मानें तो बदलते मौसम में एलर्जी से परेशान लोगों को और ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. जो एलर्जी के शिकार होते वो किसी न किसी माध्यम से वायरस के संक्रमण को ज्यादा फैलाते है. लिहाजा किसी भी स्थिति में मास्क पहनने, बार-बार हाथ धोने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की जरूरत है. डॉक्टरों का कहना है कि सर्दी का समय कोरोना संक्रमण के लिहाज से और ज्यादा सपोर्टिव हो सकता है. इसलिए लोगों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. हमारी लापरवाही के कारण यह महामारी फिर से विकराल रूप ले सकती है.
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