गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के बाद गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में भी लॉकडाउन लगा दिया गया है. 14 अप्रैल से 21 अप्रैल तक लगे लॉकडाउन का उद्देश्य कोरोना की चेन को तोड़ना है. लॉकडाउन के पहले ही दिन कलेक्टर और प्रशासनिक अधिकारियों ने पुलिस के साथ पूरे मार्केट का दौरा किया. इस दौरान लोगों को लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया. हालांकि प्रशासन को उम्मीद है कि लोग कोरोना के खतरे को समझते हुए खुद ही उनका सहयोग करेंगे.
कलेक्टर ने लिया बाजारों का जायजा 7 दिन के लॉकडाउन में इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी कार्यालय और दुकानें बंद रहेगी. हालांकि प्रशासन ने थोड़ी ढील देते हुए फल, सब्जी, कृषि, किराना और स्टेशनरी की दुकानों को सुबह 6 बजे से 10 बजे तक खोलने की छूट दी है. मेडिकल स्टोर भी अपने निर्धारित समय के मुताबिक ही संचालित होंगे.
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भीड़ वाले इलाकों का लिया जायजा
जायजा लेते हुए प्रशासनिक टीम बाजार पहुंची. जहां नगर पंचायत के अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे निर्धारित समय पर दुकानें बंद कराने का विशेष ध्यान रखें. इसके बाद कलेक्टर ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और एसडीएम के साथ गौरेला पेंड्रा के भीड़भाड़ वाले इलाके और बाजार का दौरा किया. जहां पूरी दुकानें बंद नजर आई. इसके बाद प्रशासन साधु हॉल पहुंचा. जहां 50 बिस्तरों का अतिरिक्त हॉस्पिटल बनाया जा रहा है. कोरोना संक्रमण बढ़ने की स्थिति में प्रशासन अपनी ओर से तैयारी पुख्ता कर लेना चाहता है.
हॉस्पिटल का किया निरीक्षण
लगातार कोविड केयर सेंटर से मिल रही शिकायतों के बाद कलेक्टर नम्रता गांधी ने खुद हॉस्पिटल का आकस्मिक निरीक्षण किया. पीपीई किट पहनकर कलेक्टर कोरोना संक्रमितो के बीच पहुंची. कलेक्टर ने मरीजों से व्यवस्थाओं की जानकारी ली. जिसके बाद अधिकारियों को व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए. इसके साथ ही जिले की सीमा मध्यप्रदेश से लगने की वजह से जिला प्रशासन अनूपपुर के जिला प्रशासन से लगातार संपर्क में है. ताकि दोनों राज्यों के बीच सामंजस्य बनाते हुए सीमाओं पर चाक-चौबंद व्यवस्था की जा सके. फिलहाल जिला प्रशासन ने नाकों पर बैरिकेडिंग कर दी है. ताकि हर आने-जाने वाले की निगरानी की जा सके.