गौरेला पेंड्रा मरवाही: मुख्यमंत्री भूपेस बघेल (CM Bhupesh Baghel) मरवाही दौरे पर हैं. सीएम बघेल भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत एक-एक करके लोगों से बातचीत की और लोगों की समस्या सूनी. उन्होंने मरवाही में कई सौगातें दी, जिसमें स्नातकोत्तर महाविद्यालय कॉलेज, पॉलिटेक्निक महाविद्यालय और सड़कों की घोषणा किया है.
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मरवाही में सीएम भूपेश बघेल भेंट मुलाकात कार्यक्रम: इन दिनों सीएम भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के 90 विधानसभा का दौरा कर रहे हैं. इस क्रम में मरवाही में सीएम भूपेश बघेल एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने भेंट मुलाकात प्रोग्राम के तहत लोगों की समस्या से रूबरू हुए. एक महिला ने सीएम भूपेश बघेल से मकान के जल जाने की शिकायत की. जिस पर सीएम ने तुरंत एक्शन लेते हुए तत्काल राहत राशि जारी कर हितग्राही महिला को लाभ दिलाया.
मरवाही सीएम भेंट मुलाकात कार्यक्रम सीएम ने की प्राचीन नागेश्वरी मंदिर में पूजा अर्चना:मख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंचते ही पहले मरवाही के प्राचीन नागेश्वरी मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली और अच्छी फसल की कामना की. सीएम ने उसी परिसर में कदम, नीम और आंवला के पौधों का पौधारोपण किया. इसके बाद पूर्व आदिवासी नेता स्वर्गीय डॉक्टर भंवर सिंह पोर्ते की मूर्ति का अनावरण भी किया.
धान का समर्थन मूल्य बढ़ा:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "4 मई से 4 जुलाई तक 2 महीने से छत्तीसगढ़ के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जाकर भेंट मुलाकात कार्यक्रम कर रहा हूं. सीधे हितग्राही और जनता से पूछ रहा हूं कि हमारी बनाई गई योजनाओं का आपको फायदा हो रहा है या नहीं. हमारी सरकार ने किसानों का ऋण माफ किया. अब धान का मूल्य 2,640 रुपए की दर से भुगतान होगा क्योंकि समर्थन मूल्य 100 रुपये बढ़ गया है. श्रमिक न्याय योजना में किसानों को अब 7,000 रुपये की दर से भुगतान होगा."
मेहरा जनजाति मामला: मरवाही में बहुतायत से रहने वाली मेहरा जनजाति की एक महिला ने जाति प्रमाण पत्र बनने में हो रही परेशानी पर मुख्यमंत्री से सवाल किया. जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मामला हाईकोर्ट में लंबित है. आप वैसे ही कुछ लोगों ने मामला उठाया है. मामला उठा ले फैसला हो जाएगा.
स्वर्गीय डॉ. भंवर सिंह पोर्ते को किया याद:सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि "स्वर्गीय डॉ. भंवर सिंह पोर्ते ने आदिवासी उत्थान एवं आदिवासी कल्याण समेत क्षेत्र के लिए उल्लेखनीय जन कल्याणकारी कार्य किए. उनके व्यक्तित्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि स्व. डॉ. भंवर सिंह पोर्ते को आदिवासियों के मसीहा के तौर पर जाना जाता है. उनके प्रतिमा का अनावरण करना मेरे लिये सौभाग्य की बात है. हमें डॉ. पोर्ते का जीवन हमें प्रेरणा देता है.
किसान बालाराम के घर किया भोजन: गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के पेंड्रा विकासखंड के कोटमी में भेंट-मुलाकात के दौरान सकोला गांव में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसान बालाराम के घर भोजन किया. उन्होंने कोईलार, चेंच और मुनगा भाजी का स्वाद लिया. बारिश के मौसम में अरहर की दाल, चावल और उड़द बड़ी के साथ स्वादिष्ट भाजी का सेवन वाकई मन को प्रसन्न करने वाला था.
सकोला गांव की सरपंच हीरामती ने बताया कि "घर के पीछे ही बाड़ी है, जिसमें मुनगा, चेंच भाजी, कोइलार भाजी, भिंडी, बरबट्टी आदि सब्जियां लगाएं हैं. हीरामती ने मुख्यमंत्री को अपने ही घर की बाड़ी की चेंच, कोईलार और मुनगा भाजी खिला कर प्रसन्न कर दिया.
बाड़ी योजना का लाभ:उन्होंने बताया कि "शासन की ‘नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी‘ योजना से किसानों को काफी लाभ मिला है. बाड़ी ई 1 योजना से प्रेरित होकर गांव का हर किसान घर के पीछे खाली जमीन पर सब्जी-बाड़ी लगा रहे हैं. इससे घर के लोगों को न केवल पौष्टिक और ताजी सब्जियां मिल रही हैं, बल्कि इनकी बिक्री से कमाई भी हो रही है."