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बिलासपुर में धूमधाम के साथ मनाया गया क्रिसमस, विश्व में शांति के लिए की गई प्रार्थना - Bilaspur News

Christmas Celebrated in Bilaspur दुनियाभर में ईसाई समुदाय द्वारा क्रिसमस पर्व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. बिलासपुर में भी मसीहीजन सुबह से ही प्रभु ईसा मसीह की आराधना करने चर्च पहुंचे. बिलासपुर के डीसाईपल्स ऑफ क्राइस्ट चर्च में मसीही समाज के लोग इकट्ठा हुए और प्रभु यीशु के संदेशों को पढ़कर उन्हें आत्मसात करने की शपथ ली. साथ ही सभी के सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की गई. Bilaspur News

Christmas 2023
क्रिसमस 2023

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Dec 25, 2023, 7:49 PM IST

Updated : Dec 25, 2023, 9:48 PM IST

बिलासपुर में धूमधाम के साथ मनाया गया क्रिसमस

बिलासपुर:पूरे विश्व में क्रिसमस का पर्व धूमधाम और श्रद्धापूर्वक मनाया गया. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में भी क्रिसमस पर्व की धूम दिखी. मसीहीजन सुबह से ही बिलासपुर के डीसाईपल्स ऑफ क्राइस्ट चर्च में इकट्ठा हुए और प्रभु ईसा मसीह के संदेश का पाठन किया. इस दौरान ईसाई समुदाय के लोगों ने दुनियाभर के लोगों की खुशहाली और शांति के लिए प्रार्थन की.

विशेष प्रार्थना सभा की गई आयोजित: बिलासपुर में सोमवार को क्रिसमस पर्व के अवसर पर दो दर्जन से भी ज्यादा चर्च में सुबह से ही विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गई. प्रार्थना सभा में अलग-अलग धाराओं के मसीही समाज के लोगों ने इकट्ठा होकर प्रभु के संदेशों का पाठ किया. बाइबल में दिए गए प्रभु के संदेश और उनके वचन को पढ़कर मसीही समाज ने इसे आत्मसात करने की कसम खाई. मसीही जन सुबह से ही चर्च पहुंचकर गीत-संगीत के जरिए प्रभु के वचनों का पाठ करते दिखे.

प्रभु यीशु मसीह के वचनों का किया पाठ: इस दौरान ईसाई समुदाय के लोगों ने बताया कि प्रभु यीशु मसीह ने समाज में हमेशा ही मानवता को प्रथम महत्व देने का संदेश दिया है. प्रभु ईसा मसीह ने मानवता और शांति के लिए खुद को बलिदान कर दिया था और वह हंसते हुए क्रूस पर चढ़ गए. प्रभु ईसा मसीह ने दुनिया में अमन चैन और शांति बनाए रखने के लिए संदेश दिया है. इसी संदेश को मानते हुए मसीही जन मानवता की सेवा के लिए कार्य करते हैं.

डिसाई प्लस आफ क्राइस्ट चर्च क्यों है खास: बिलासपुर के डिसाई प्लस आफ क्राइस्ट चर्च में चार पालियों में सभा आयोजित की गई थी. सभी पाली में प्रभु ईसा मसीह के वचनों को संगीत में पिरोकर गाने के माध्यम से लोगों तक पहुंचाया गया. चर्च के सदस्य विक्रांत सिंह ने बताया कि यह चर्च ब्रिटिश काल के दौरान अंग्रेजों द्वारा बनवाया गया था. ब्रिटिश काल के दौरान रेलवे में काम करने इंग्लैंड के अंग्रेज क्रिश्चियन यहां आए हुए थे. कुछ स्टेशन क्षेत्र में रहते थे, तो कुछ शहरी क्षेत्र में. स्टेशन क्षेत्र में भी चर्च बनाए गए हैं और शहरी क्षेत्र के अनुयायियों के लिए डिसाईप्लस आफ क्राइस्ट चर्च का बनाया गया था. चर्च के निर्माण के बाद से ही लगातार यहां क्रिसमस का पर्व मनाया जाता है."

लोगों ने एक दूसरे को दी बड़े दिन की बधाई:क्रिसमस का पर्व प्रभु ईसा मसीह के स्तुति का पर्व होता है. सोमवार को बड़ी संख्या में मसीह समाज के लोग चर्च में इकट्ठे हुए थे. प्रभु के संदेश और विशेष प्रार्थना के बाद मसीही जन एक दूसरे से गले मिलकर क्रिसमस पर्व की बधाई दी. प्रार्थना के बाद विशेष भोज का आयोजन किया गया था. इस दौरान मसीही जन प्रभु ईसा मसीह के भजनों में झूमते दिखे. इस दौरान चर्च में लोग एक दूसरे को बधाई देते और सेल्फी लेते नजर आए.

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Last Updated : Dec 25, 2023, 9:48 PM IST

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