एनएसयूआई ने तारबाहर थाने में शिकायत की बिलासपुर:वंदे भारत ट्रेन के स्वागत के लिए 11 दिसंबर को बिलासपुर में हुए कार्यक्रम में राज्यगीत के अपमान का मुद्दा तूल पकड़ने लगा है. इस मामले में विवाद के बीच रेलवे और कांग्रेस नेता आमने सामने हो गए हैं. इस विवाद ने एक बार फिर तब बड़ा रूप धारण कर लिया जब रेलवे के सीपीआरओ ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया. हालांकि विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने अपना ट्वीट हटा दिया.
क्या है पूरा मामला: 11दिसंबर को वंदे भारत ट्रेन के स्वागत में बिलासपुर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस रंगारंग कार्यक्रम में सबसे पहले राज्यगीत अरपा पैरी के धार गाया गया था. लेकिन इस गीत के दौरान वहां बैठे रेलवे के अफसर अपनी सीट पर बैठे रहे. खड़े होकर गाना नहीं गाया. जिसकी वजह से राज्यगीत के अपमान का मामला तेज हो गया है.
रेलवे के अधिकारी ने सीएम का वीडियो किया ट्वीट: इस मामले ने उस समय तूल पकड़ लिया जब रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी साकेत रंजन ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो डाल दिया. जिसमें राज्यगात के दौरान सीएम बैठे हुए थे. इस वीडियो की जानकारी जब रेलवे के बड़े अधिकारियों को हुई तो साकेत रंजन ने यह वीडियो सोशल मीडिया से हटा दिया. इस संबंध में साकेत रंजन का अब तक कोई बयान नहीं आया है.
NSUI और कांग्रेस ने खोला मोर्चा :इस मुद्दे पर कांग्रेस और एनएसयूआई ने मोर्चा खोल लिया है.एनएसयूआई जिला अध्यक्ष रंजीत सिंह ने कहा " इस तरह की हरकत काफी निंदनीय है. एक तरफ प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बढ़ाने और छत्तीसगढ़िया के सम्मान के लिए लगातार काम कर रहे हैं तो भारत सरकार के रेलवे के अधिकारी छत्तीसगढ़ के राज्यगीत का अपमान कर रहे हैं."
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बिलासपुर में रेलवे अधिकारियों से की शिकायत: सिंह ने आगे कहा "अभी तक उनके ऊपर किसी तरह की कार्यवाही तक नहीं हुई. ना ही उन्होंने माफी मांगी. राजकीय गीत के सम्मान में जहां देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री सहित राज्यपाल भी अपने स्थान से खड़े होकर सम्मान देते हैं. ऐसे में रेलवे के AGM और DRM द्वारा इसका अपमान करना बहुत छोटी बात कही जा रही है. छत्तीसगढ़ की जनता इस अपमान के लिए उनको माफ नहीं करेगी. किसी भी छत्तीसगढ़िया के लिए ये छोटी बात नहीं है. ये सिर्फ राजगीय गीत का ही नहीं ये पूरे छत्तीसगढ़ की जनता का अपमान है. " कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी सहित कांग्रेस के आला पदाधिकारियों ने भी राज्यगीत के अपमान को लेकर शिकायत की बात कही है. उन्होंने रेलवे के जीएम से शिकायत की बात कही है. कार्रवाई नहीं होने पर कांग्रेस ने आंदोलन करने का मन बनाया है.
इससे पहले मंगलवार को भारी संख्या में एनएसयूआई के सदस्य तारबाहर थाने पहुंचे.और दो दिन के अंदर रेलवे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. साथ ही सार्वजनिक माफी मांगने की भी मांग की. कार्रवाई नहीं होने पर AGM और DRM ऑफिस में तालाबंदी करने की भी चेतावनी दी गई.