बिलासपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में लगातार बढ़ते ध्वनि प्रदूषण को लेकर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका लगाई गई. याचिका में पहले हुई सुनवाई में कोर्ट ने रायपुर कलेक्टर और एसपी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था, लेकिन मामले में कार्रवाई नहीं होने और राजधानी में ध्वनि प्रदूषण बढ़ने को लेकर फिर से उनसे जवाब मांगा गया. कोर्ट में हुई सुनवाई में जस्टिस पी सैम कोशी की डबल बेंच ने रायपुर कलेक्टर और एसपी को नया शपथ पत्र प्रस्तुत करने का आदेश दिया हैं. कोर्ट ने कहा कि "आदेश का हर रोज कड़ाई से पालन करके बताएं और क्या कार्रवाई की गई है ये भी बताएं. "
कोर्ट ने आदेश का सशब्द पालन करने कहा:छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच में जस्टिस पी सैम कोशी और पार्थ प्रतिम साहू ने याचिका की सुनवाई के दौरान कहा कि "हम आशा करते हैं कि अधिकारी जनहित याचिका में दिए गए आदेश का शशब्द, शब्दसा और मूल भावना" में दिन-प्रतिदिन पालन करके बताएं ताकि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रशासन द्वारा ध्वनि प्रदूषण फैलाने वालों पर क्या कार्रवाई की जा रही है. मामले की सुनवाई 2 सप्ताह बाद रखी गई है. 2 सप्ताह के पहले रायपुर एसपी और कलेक्टर को शपथ पत्र के माध्यम से अपना जवाब प्रस्तुत करना है."
रायपुर में बढ़ रहे ध्वनि प्रदूषण को लेकर याचिका: छत्तीसगढ़ नागरिक संघर्ष समिति ने राजधानी में बढ़ते ध्वनि प्रदूषण को लेकर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की थी. याचिका में रायपुर में ध्वनि प्रदूषण बढ़ने की बात बताई गई. प्रशासन द्वारा इसे रोकने कोई प्रयास नहीं करने की बात भी याचिका में कही गई है. इस मामले में कोर्ट ने पहलेरायपुर कलेक्टर और एसपी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था. जवाब देने के बाद भी ध्वनि प्रदूषण रोकने कोई कार्रवाई नहीं किए जाने की वजह से दिन प्रतिदिन ध्वनि प्रदूषण बढ़ रहा है. जिसे लेकर दोबारा सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ताओं ने बताया कि शहर में इतना ज्यादा ध्वनि प्रदूषण हो गया है कि किसी भी सड़क पर चलना मुश्किल हो रहा है. इस मामले में हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने रायपुर एसपी और कलेक्टर को नया शपथ पत्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं.
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क्यों बढ़ रहा है ध्वनि प्रदूषण:ध्वनि प्रदूषण की समस्या रायपुर ही नहीं पूरे प्रदेश में है. इसका सबसे बड़ा कारण लगातार गाड़ियों की संख्या में इजाफा, डीजे साउंड है. इसके अलावा टू व्हीलर में कंपनी की बजाय मॉडिफाई साइलेंसर लगाने के कारण भी ध्वनि प्रदूषण बढ़ रहा है. इस मामले में ना तो आरटीओ कार्रवाई करती है और ना ही ट्रैफिक पुलिस. यही कारण है कि शहर के अंदर वाहनों की वजह से लगातार ध्वनि प्रदूषण बढ़ रहा है. डीजे साउंड की वजह से छोटे बच्चों और हार्ट के मरीजों की तकलीफ भी बढ़ती जा रही है. इसे लेकर लगातार मांग की जा रही है कि ध्वनि प्रदूषण कम करने शासन प्रशासन कार्रवाई करें, लेकिन कार्रवाई नहीं होने की वजह से छत्तीसगढ़ नागरिक संघर्ष समिति ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाकर इसे रोकने की मांग की है.