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बिलासपुर के बोदरी पंचायत के लोगों ने किया चुनाव का बहिष्कार, विकास नहीं तो वोट नहीं का लगाया नारा - chhattisgarh election 2023

क्या आपने कभी ऐसे गांव या पंचायत के बारे में सुना है, जहां राजनीतिक झंंडे और पोस्टर लगाना मना है, अगर नहीं सुना तो जान लीजिए. बिलासपुर का बोदरी नगर पंचायत के वार्ड 10 निवासी राजनीतिक दलों से इतने दुखी हैं कि उन्होने चुनाव में वोट नहीं देने की ठानी है. नेताओं की बेरूखी और विकास कार्य नहीं होने से नाराज गांव वालों ने मिलकर चुनाव बहिष्कार का फैसला किया है. उन्होंने इस बार वोट नहीं डालने और पंचायत क्षेत्र में किसी भी पार्टी का झंडा और प्रचार नहीं करने देने का फैसला किया है.

People of Bodri village
विकास नहीं तो वोट नहीं

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Nov 7, 2023, 5:25 PM IST

Updated : Nov 10, 2023, 1:17 PM IST

विकास नहीं तो वोट नहीं

बिलासपुर: रायपुर के बाद छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा जिला बिलासपुर है. बिलासपुर को लोग न्यायधानी के नाम भी जानते हैं. शहर से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर बोदरी नगर पंचायत है, जो आज भी विकास की राह देख रहा है. बोदरी नगर पंचायत के वार्ड 10 के लोगों की शिकायत है कि स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने कभी भी विकास का काम नहीं कराया. जिससे उनकी पंचायत विकास की दौड़ में पीछे छूट गई है. नेताओं की बेरुखी से नाराज लोगों ने इस बार मतदान बहिष्कार का फैसला किया है. उन्होंने अपने पंचायत क्षेत्र में किसी पार्टी का झंडा ही लगने नहीं देंने का ऐलान किया है. अब स्थानीय पार्टियों के नेता इस पंचायत क्षेत्र में प्रचार करने से भी डर रहे हैं.

विकास नहीं तो वोट नहीं: बोदरी नगर पंचायत के वार्ड 10 निवासियों की शिकायत है कि बीजेपी के 15 सालों के शासन काल और कांग्रेस के पांच सालों के शासन काल में यहां विकास का कोई काम नहीं हुआ. लोग आज भी उसी हालात में जी रहे हैं जैसा पहले था. बिजली, पानी और सड़क, ये तीनों यहां के लोगों के लिए बड़ी समस्या बनी हुई हैं.

"पूरे पंचायत क्षेत्र में एक भी विकास के काम आपको नजर आ जाए तो कहिएगा. नेता बस वोट मांगने के लिए आते हैं. वोट मिल जाने के बाद यहां झांकने तक नहीं आते. जब नेताओं को हमसे मतलब नहीं है तो फिर हम वोट ही क्यों दें." - स्थानीय निवासी, वार्ड 10, बोदरी नगर पंचायत

नहीं लगा यहां नेताजी का झंडा: चुनावी मौसम में जहां प्रचार पूरे चरम पर है ऐसे में आपको बोदरी गांव में एक ही चुनावी झंडा, एक भी प्रचार का बैनर नहीं नजर आएगा. नाराज पंचायत के लोगों का गुस्सा देख राजनीतिक दलों के नेता और उनकी प्रचार गाड़ियां भी यहां नहीं आती हैं. गांव के युवा इस बात पर नजर रखते हैं कि कहीं किसी के छत पर कोई राजनीतिक झंडा तो नहीं लगा रहा, दीवारों पर कोई चुनावी नारे तो नहीं लिख रहा.

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विकास के लिए वोट करिए: बोदरी नगर पंचायत में जिस तरह से लोगों का गुस्सा राजनीतिक दलों के खिलाफ नजर आ रहा है. वह सियासी पार्टियों के लिए खतरे की घंटी है. जनता अब सिर्फ विकास के लिए वोट देना चाहती है और अपने इलाके में विकास के काम देखना चाहती है. झूठे आश्वासन देने वाले नेता और पार्टियों को अब जनता पसंद नहीं करती. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम आपसे अपील करती है कि आप अपना वोट बदलाव लाने के लिए जरूर दीजिए.

Last Updated : Nov 10, 2023, 1:17 PM IST

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