Takhatpur Assembly Seat Profile: तखतपुर विधानसभा सीट का चुनावी गणित, ओबीसी और ठाकुर समाज निभाते हैं निर्णायक भूमिका - Bilaspur district
Takhatpur Assembly Seat Profile: छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव है. ईटीवी भारत छत्तीसगढ़ विधानसभा की हर सीट की जानकारी दे रहा है. हम इस सीरीज में विधानसभा सीट की अहमियत, वीआईपी प्रत्याशी, क्षेत्रीय मुद्दे की जानकारी दे रहे हैं. आईए नजर डालते हैं तखतपुर विधानसभा सीट पर.
तखतपुर विधानसभा सीट
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Published : Aug 20, 2023, 4:20 PM IST
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Updated : Dec 3, 2023, 2:36 PM IST
बिलासपुर:छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में कुल 6 विधानसभा सीटें हैं. इसमें से एक तखतपुर विधानसभा सीट है. इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है. साल 2018 के चुनाव में तखतपुर विधानसभा सीट से रश्मि सिंह ने जीत हासिल की थी. इस सीट पर ठाकुर और ओबीसी जाति का दबदबा है. तखतपुर सीट पर हर बार चुनाव में मतदाता जमकर वोटिंग करते हैं. हर साल यहां वोटिंग फीसद में बढ़ोतरी दर्ज की जाती है. इस सीट की विधायक रश्मि सिंह हैं. वहीं, कांग्रेस ने एक बार फिर रश्मि सिंह पर भरोसा जताया है. इस सीट से रश्मि सिंह कांग्रेस प्रत्याशी हैं. वहीं, धरमजीत सिंह को बीजेपी ने टिकट दिया है.
तखतपुर विधानसभा क्षेत्र को जानिए: तखतपुर विधानसभा सीट सामान्य सीट है. यहां करीब 65 से 70 फीसद जनरल और ओबीसी वर्ग की आबादी है. इनमें कुर्मी, साहू, अनुसूचित जाति में सतनामी समाज के लोग ज्यादा हैं. इस क्षेत्र में दोनों ही समाज के लोग अधिक हैं. यहां ब्राह्मण, ठाकुर सहित शहरीय क्षेत्र में मुस्लिम, क्रिश्चन और मछुआरा समाज के लोग बड़ी तादाद में है. यहां ठाकुर, मुस्लिम और कुर्मी सहित साहू समाज के लोग करीब 65 से 70 फीसदी की संख्या में निवास करते हैं. यहां पार्टियों का फोकस ओबीसी और सामान्य वर्ग पर अधिक रहता है. इसी वजह से प्रत्याशी भी इन्हीं समाज से चुने जाते हैं.
तखतपुर विधानसभा सीट पर मतदाताओं की संख्या:तखतपुर विधानसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 243679 है. यहां पुरुष मतदाता 123514 हैं. महिला मतदाता 120164 हैं. जबकि 1 थर्ड जेंडर मतदाता भी है. यहां पुरुष और महिला वोटरों की संख्या लगभग बराबर है.
तखतपुर विधानसभा सीट के मुद्दे और समस्याएं:तखतपुर में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का बुरा हाल है. विकास के लिए लोग अब भी बांट जोह रहे हैं. शहरी इलाके से गांव को जोड़ने वाली सड़कों में अब भी 70 फीसद सड़कों का डामरीकरण नहीं हुआ है. जिन सड़कों का डामरीकरण हुआ है, उनकी स्थिति भी दयनीय है. यह सबसे बड़ी जरूरत है. क्षेत्र में जाने आने के लिए बस और ऑटो की उपलब्धता अच्छी है. लेकिन अच्छी स्कूल, पीने के लिए शुद्ध पानी की यहां कमी है. साथ ही बिजली और नाली की समस्या बड़ी है. लोगों को परेशानियां उठानी पड़ती है. तखतपुर विधानसभा के कई क्षेत्र अब भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. हर बार चुनाव में नेता विकास का सपना दिखाकर वोट ले जाते हैं. लेकिन क्षेत्र में विकास होता नहीं है.
तखतपुर विधानसभा की समस्याएं
साल 2018 चुनाव की तस्वीर :छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 में तखतपुर विधानसभा सीट पर वोटिंग 69.40 फीसद हुई. इसमें कांग्रेस को 52.60 फीसद, जेसीसीजे को 49.62 फीसद वोट मिले. 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रश्मि सिंह ने जीत दर्ज की. कांग्रेस को 52 हजार 616 वोट मिले. जेसीसीजे प्रत्याशी संतोष कौशिक को 49 हजार 625 वोट मिले.
तखतपुर विधानसभा 2018 के चुनाव परिणाम
ओबीसी और ठाकुर समाज विनिंग फैक्टर: तखतपुर विधानसभा सीट पर ओबीसी और ठाकुर समाज विनिंग फैक्टर हैं. क्षेत्र में जनरल और ओबीसी दोनों समाज के लोग किंग मेकर की भूमिका निभाते हैं. दूसरी तरफ सामान्य वर्ग के लोग भी यहां चुनाव में अहम भूमिका निभाते आए हैं. ऐसे में साल 2023 की तस्वीर क्या होगी. यह तो आने वाला वक्त बताएगा.