बिलासपुर: कानन पेंडारी जुलाजिकल गार्डन में बटरफ्लाई पार्क बनाया गया है. तितलियों को आकर्षित करने फूलों से भरे उद्यान का निर्माण किया गया है. पर्यटकों को लुभाने और तितलियों को बेहतर वातारण प्रदान करने बटरफ्लाई पार्क का निर्माण किया गया है. यहां आने वाले पर्यटक इस पार्क को देखकर काफी खुश हो रहे हैं. पर्यटक यहां बटरफ्लाई के कटआउट के सामने और पार्क में सेल्फी लेकर इस पार्क में बिताए पल को कैमरे में कैद रहे हैं.
कानन जू का बटरफ्लाई पार्क बना तितलियों का आशियाना
कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में बटरफ्लाई पार्क तैयार: संभाग का एकमात्र कानन पेंडारी वाइल्ड लाइफ और पक्षियों को लेकर काफी सजग है. यहां अलग अलग प्रजाति के जंगली जानवर रखे गए हैं. दूर दूर से यहां पर्यटक वाइल्डलाइफ और पक्षियों को देखने पहुंचते हैं. लेकिन कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क अब एक और चीज के लिए मशहूर हो रहा है. कानन प्रबंधन ने कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क के अंदर ही बटरफ्लाई पार्क तैयार किया है. इस पार्क में तरह तरह के फूलों के पौधे लगाए गए हैं. यहां तितलियों के लिए बेहतर रहवास और अनुकूल वातावरण तैयार किया जा रहा है. बटरफ्लाई पार्क में तितलियों के लिए फूलों के पौधे लगाने का उद्देश्य यह है कि तितलियां फूलों से आकर्षित होती हैं और इससे अपना भोजन भी तैयार करती हैं. यही कारण है कि देशी तितलियों को आकर्षित करने बटरफ्लाई पार्क तैयार किया गया है.
तितलियों के लिए बना रहवास आकर्षण का केंद्र: रायपुर से आई ज्योति साहू और ममता साहू ने बताया कि "इससे पहले भी वो कानन पेंडारी जू आई हैं और यहा घूम चुकी हैं. जंगली जानवर और वो भी इतनी वैरायटी में यहां देखने को मिलता है, तो अच्छा लगता है. लेकिन इस बार कुछ अलग ही देखने को मिल रहा है. इस बार कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क के बटरफ्लाई गार्डन बेहद सुमदर है फूलों की बगिया और तितलियों के लिए बनाए गए रहवास आकर्षण का केंद्र है. यहा आकर हम दोनों बहनों को अच्छा लग रहा है.
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तितलियों को मिल रहा बेहतर वातावरण:रायगढ़ से अपने परिवार सहित आए पुष्पेंद्र यादव ने बताया कि "वह किसी काम से बिलासपुर आए हैं, तब उन्हें पता चला कि यहां पर बटरफ्लाई पार्क तैयार किया गया है. पुष्पेंद्र पहले भी कानन पेंडारी देखने आ चुके हैं. लेकिन जब कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में बटरफ्लाई गार्डन बनाये जाने की जानकारी उन्हें लगी, तो वह अपने आप को रोक नहीं पाए. वह यहां बटरफ्लाई पार्क देखने पहुंच गए." पुष्पेंद्र यादव ने बताया कि "बटरफ्लाई के लिए यहां पर बेहतर वातावरण तैयार किया गया है. इस वातावरण और फूलों की खुशबू ने पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित किया है. तितलियों के लिए तैयार किए गए गार्डन में घूम कर उन्हें काफी अच्छा महसूस हो रहा है. बेहतर वातावरण होने की वजह से तितलियों को भी यहां अपना रहवास बनाने में आसानी होगी."
बच्चे तितलियां देखकर हो रहे खुश: बलौदाबाजार के गांव के एक स्कूल के बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण पर कानन पेंडारी लाया गया था. यहां शैक्षणिक भ्रमण के साथ बच्चों ने जंगली जानवर देखने का लुत्फ लिया. बच्चों के साथ आए टीचर विश्वनाथ कोसले ने बताया कि "यहां पर आने के बाद उन्हें पता चला कि बटरफ्लाई के लिए बेहतर वातावरण के साथ पार्क का निर्माण किया गया है, जहां फूल लगाए गए हैं. पता चलते ही वह सीधे यहां बच्चों को लेकर पहुंचे हैं. जिस तरह फूलों की बगिया तैयार की गई है, उससे तितलियों को आवास के लिए बेहतर वातावरण मिलेगा." शिक्षक ने बताया कि "इस भ्रमण में उनके स्टूडेंट को इस बार नया चीज देखने और जानने का मौका मिला है, जो भविष्य में उनके शिक्षा के ज्ञान को और आगे बढ़ाएगा."
बेहतर वातावरण के लिए तैयार किया गया है बटरफ्लाई पार्क:कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क के एसडीओ संजय लूथर ने बताया कि "जिस जगह पर इस समय बटरफ्लाई पार्क बनाया गया है, वह उजाड़ और जंगली इलाका था. यहां इसकी सफाई कर बटरफ्लाई पार्क तैयार किया गया है, ताकि कानन और आसपास यहां वहां घूमती तितलियों को बेहतर रहवास यहां मिल सके. बटरफ्लाई को फूलों की आवश्यकता होती है, जिससे वह अपना भोजन व पराग तैयार करती हैं. आसपास के क्षेत्र में फूलों के पौधे और वातावरण नहीं मिल पा रहे थे, इसलिए कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में इसे तैयार किया गया है.