बिलासपुर: जिले में चलाए जा रहे समर्पण अभियान के तहत बिलासपुर एसपी प्रशांत अग्रवाल जिले में स्थित मदर टेरेसा मिशनरी आशा वृद्धाश्रम पहुंचे. यहां उन्होंने बुजुर्गों की समस्याएं सुनीं. इसके साथ ही एसपी ने इस अभियान की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा की.
वृद्धजनों को भेंट देते एसपी दरअसल छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने वरिष्ठ नागरिकों को सुविधा प्रदान करने और उनकी समस्याओं का तुरंत निराकरण करने के लिए समर्पण अभियान की शुरुआत की है, जिसके तहत गुरुवार को बिलासपुर एसपी प्रशांत अग्रवाल वृद्धाश्रम पहुंचे. यहां उन्होंने बुजुर्गों की समस्याएं सुनीं, साथ ही कहा कि वृद्धों की देखरेख सामाजिक जिम्मेदारी है. इस दौरान उन्होंने बुजुर्गों को उनके कानूनी अधिकारों की भी जानकारी दी. एसपी ने अपने उद्बोधन में कहा कि पुलिस विभाग चाहता है कि समाज में कहीं कोई उपेक्षित न रहे. सभी को सम्मान और कानूनी मदद मिले.
वृद्धजनों को भेंट देते एसपी छत्तीसगढ़ के 5 जिलों में हुई समर्पण अभियान की शुरुआत
छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग के माध्यम से समर्पण अभियान की शुरुआत 5 जिलों से की जा रही है. इसके तहत बिलासपुर को बुजुर्गों के कल्याण और सम्मान के लिए कुछ विशेष करने का मौका मिला है. एसपी ने समर्पण अभियान के तहत जिले में आगे की कार्ययोजना पर उपस्थित लोगों से संक्षिप्त चर्चा की और बताया कि जिला पुलिस सीनियर सिटीजन और असहाय वृद्धजन, जिन्हें कानूनी सहायता की आवश्यकता है, उनकी मदद करेगी. उन्होंने कहा कि हमारे आसपास कई बुजुर्ग, सीनियर सिटीजन ऐसे हैं, जिनके अपने ही उन्हें उपेक्षित करते हैं, लेकिन ज्यादातर मामलों में बुजुर्ग ही अपनों की शिकायत करने थाने नहीं आते हैं. ऐसे उपेक्षित और असहाय वृद्धजनों तक अब पुलिस पहुंचेगी.
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समर्पण अभियान बुजुर्गों के लिए मेंटेनेंस एंड वेलफेयर ऑफ पैरंट्स एंड सीनियर सिटीजन एक्ट 2007 से लाया गया है, जो साल 2008 से प्रभावशील है. इस कानून के मुताबिक अपने माता-पिता, बुजुर्गों की देखभाल नहीं करने वालों को जेल तक भेजने का प्रावधान है. वृद्धजन ऐसे मामलों में भरण-पोषण के लिए मासिक खर्च की मांग कर सकते हैं. एसपी ने कहा कि ऐसे मामले अगर उनके पास आते हैं, तो उनकी हर तरह से मदद की जाएगी.
गंभीरता से की जाएगी कार्रवाई
इस अभियान के तहत सदस्यता अभियान चलाकर जिला पुलिस अति असहाय, जरूरतमंदों का पंजीयन कराकर उनकी समस्याएं निपटाएगी और उनका निराकरण हुआ है या नहीं, उस पर फॉलोअप लेगी. वृद्धजनों के लिए काम कर रहे समाज कल्याण विभाग और NGO के साथ मिलकर वृद्धजनों को हर तरह की मदद मुहैया कराएगी. इस अभियान के तहत जिन तक पुलिस नहीं पहुंच पा रही है, वे अपना रजिस्ट्रेशन पुलिस अधीक्षक कार्यालय, संबंधित थाने-चौकी में सीनियर सिटीजन प्रपत्र भरकर जमा कर सकते हैं. इसके साथ ही सीनियर सिटीजन ईमेल, हेल्पलाइन नंबर और पुलिस कंट्रोल रूम में कॉन्टैक्ट कर सकते हैं. अगर कोई अपने घर जाना चाहता है और उनके अपने उन्हें रखना नहीं चाहते हैं, तो ऐसे केस पर गंभीरता से कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है.
कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित
ठंड का समय शुरू होने वाला है. इसे देखते हुए वृद्धजनों को भेंट स्वरूप गीजर, वैसलीन, फल, मास्क और सैनिटाइजर वितरित किया गया. इसी तरह जिले के विभिन्न थाना-चौकी प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र के वृद्धजनों के साथ बैठक लेकर उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं, जिसमें विशेष कर उनके स्वास्थ्य, वृद्धावस्था पेंशन और उनसे दुर्व्यवहार संबंधित जानकारी ली जा रही है. वृद्ध आश्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप, सीनियर सिटीजन सेल के जिला नोडल अधिकारी सहायतार्थ रश्मीत कौर चावला, कोटा SDOP, कोटा थाना प्रभारी प्रकाश कांत और सकरी थाना प्रभारी रविंद्र यादव उपस्थित रहे.