बिलासपुर:पुलिस को ठगी के मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है. दिल्ली के तीन ठगों ने बिलासपुर में अगरबत्ती बनाने वाले व्यापारी को कपूर सामान देने का वादा कर झांसे में लेकर 1 लाख 86 हजार रुपए खाते में जमा करवा लिया था. व्यापारी को ठगी का एहसास हुआ तो उसने बिलासपुर के कोतवाली थाने पहुंचकर मामले की शिकायत दर्ज कराई. मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस के उच्चाधिकारियों ने आरोपियों को पकड़ने के लिए टीम बनाकर दिल्ली रवाना किया.
ठगी करने वाले 3 आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार बिलासपुर से दिल्ली पहुंची पुलिस की टीम ने कड़ी मशक्कत कर अन्तर्राजिय कार्रवाई कर तीन आरोपियों को अपने हिरासत में लिया. कोतवाली पुलिस ने आरोपियों के पास से 1 लाख 50 हजार रुपए समेत चार मोबाइल, चेक बुक और कई एटीएम कार्ड बरामद किए हैं.
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ऐसे हुई थी घटना
सिटी कोतवाली सीएसपी निमेश बरैय्या ने बताया कि टिकरापारा निवासी परेश सचदेव का रमेश केमिकल इंडस्ट्री के नाम से दयालबंद में दुकान चलाते हैं. जिसमें अगरबत्ती बनाने का काम होता है. इसके लिए कच्चे कपूर का इस्तेमाल किया जाता है. प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का प्रतिनिधि बनकर आरोपीयो ने उन्हें फोन किया. खुद को डिवाईन टेम्पर प्राईवेट लिमिटेड इंदौर का प्रतिनिधि बताकर 18 जून 2020 को कपूर लेनदेन होने के संबध में रेट तय किया गया. 20 जून को सचदेव ने उसके बताए बैंक के अकाउंट में 1लाख 86 हजार ट्रांसफर कर दिए.पैसा ट्रांसफर करने के बाद भी कपूर की सप्लाई नहीं होने पर और लगातार फोन करने पर रिसिव नहीं होने से व्यापारी परेशान हो गया. उसे अपने साथ हुए ठगी का एहसास हुआ. सचदेव ने सिटी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई था.
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अभियान के बावजूद कम नहीं हो रहे मामले
बिलासपुर पुलिस ने पिछले दिनों साइबर ठगी के मामलों को कम करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया था. बावजूद शहर में ठगी के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि कोरोना काल में साइबर मितान जैसा बड़ा अभियान चलाने के बावजूद भी पुलिस शहर की जनता को समझाने में आखिर क्यों नाकाम नजर आ रही है. हांलाकि पुलिस ठगी के मामले में लगातार कार्रवाई कर पीड़ितों का पैसा वापस भी करा रही है.
साइबर क्राइम से बचने के लिए बरतें सावधानी-
- कोई भी वाहन/मोबाइल/अन्य सामान को खरीदते एवं बेचते समय सावधानी बरतें.
- वाहन/मोबाइल/अन्य सामान पसंद आने पर तत्काल भुगतान न करें. एडवांस रकम के नाम पर आपसे धोखाधड़ी हो सकती है.
- ओएलएक्स/क्विकर आदि पर पुलिस/आर्मी/अर्धसैनिक बल के सुरक्षाकर्मी के पहचान पत्र के नाम पर ठगी की जा रही है, तत्काल विश्वास न करें.
- पुलिस/आर्मी/अर्धसैनिक बल के सुरक्षाकर्मी के फोटो का भी उपयोग व्हाट्सएप नंबर पर ठग करते हैं, इसलिए उनके नंबर की भी जांच पड़ताल करने के बाद ही खरीद-बिक्री करें. वीडियो कॉल/प्रत्यक्ष रूप से देखकर सामान खरीदी करें.
- ओएलएक्स/क्विकर आदि पर खरीद-बिक्री के लिए पोस्ट किए गए वाहन/मोबाइल/अन्य सामान की केवल फोटो देखकर सौदा न करें, सामान को जांच-परखकर ही लेनदेन करें.
- ओएलएक्स/क्विकर पर वाहन बेचते/खरीदते समय किसी रकम के भुगतान के लिए किसी लिंक पर क्लिक, ऑनलाइन पेमंट न करें. 1 रुपये, 10 रुपये के भुगतान के नाम पर लिंक/क्यू.आर कोड भेजकर आप के साथ ठगी हो सकती है.
- ऑनलाइन सामान खरीदते समय कैश ऑन डिलीवरी विकल्प का ही उपयोग करें.
- कम कीमत, आकर्षक मूल्य के झांसे में ना आएं.
- ओएलएक्स का वास्तविक कस्टमर केयर नम्बर 9999020545 और ई मेल आईडी support@olx.com है.