बिलासपुर: हाल ही में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में हुई वृद्धि ने महंगाई को बढ़ा दिया है. सबसे ज्यादा असर सब्जियों की कीमतों पर पड़ी है. सब्जियों के भाव में उछाल ने आम लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. ETV भारत ने सब्जी मार्केट के कुछ खरीददार और विक्रेताओं से उनकी प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की है.
विक्रेताओं का कहना है कि महंगे दाम में सब्जियां बेचना उनकी मजबूरी है. क्योंकि लोकल सब्जियों की आवक कमजोर हो गई है. इससे उनकी दुकानदारी भी प्रभावित हुई है. इन दिनों शहर में दक्षिण भारत से आये टमाटर से बाजार सजा रहता है, जो 50 से 60 रुपये किलो मिल रहा है. बीच में टमाटर 20 रुपये किलो हो गया था, लेकिन अब टमाटर के दाम बढ़ गए है.
सब्जियों की कीमतों में लगी आग !
यही हाल आलू और प्याज का भी है. आलू और प्याज दोनों 35 से 40 रुपए में बिक रहा है. लोकल भिंडी भी महंगी हो गई है. वहीं अन्य हरी सब्जियां औसतन 30 से 35 रुपए प्रति किलो बिक रही है. विक्रेताओं का कहना है कि तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट बढ़ गया है जिसकी वजह से सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी हुई है.