Train Accident Avoided In Bilaspur: बिलासपुर में एक ही ट्रैक पर आई ट्रेन और मालगाड़ी, यात्रियों में मचा हड़कंप, रेलवे अधिकारियों ने कहा सब सिग्नल के नियमों के तहत हुआ - ट्रेन दाधापारा स्टेशन
Train Accident Avoided In Bilaspur:बिलासपुर में बालासोर जैसी ट्रेन दुर्घटना टल गई. बिलासपुर-रायपुर के मध्य दाधापारा-चकरभाठा रेलवे स्टेशन के बीच एक ही ट्रैक पर मालगाड़ी और एक्सप्रेस ट्रेन आ जाने से यात्री चिल्लाने लगे. कई यात्री ट्रेन से बाहर आने लगे. हालांकि दोनों ट्रेनें पास आकर रूक गई और दुर्घटना नहीं हुई. Two trains came on same track in Bilaspur
बिलासपुर:बिलासपुर में बुधवार को ओडिशा के बालासोर जैसी दुर्घटना होते-होते रह गई. दरअसल, बिलासपुर-रायपुर के मध्य दाधापारा-चकरभाठा रेलवे स्टेशन के बीच एक ही ट्रैक पर मालगाड़ी और एक्सप्रेस ट्रेन आ गई. मालगाड़ी को देखकर यात्री डर गए. दोनों ट्रेन एक ही ट्रैक पर आने से लोगों में दुर्घटना का भय ऐसा था कि यात्री चीखने-चिल्लाने लगे.इस घटना के बाद आसपास के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. हालांकि यात्री ट्रेन और मालगाड़ी एक दूसरे से थोड़ी दूरी पर ही थे. ट्रेनों में कोई टक्कर नहीं हुई. लेकिन इसमें रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आने की बात कही जा रही है. दूसरी तरफ रेलवे के अधिकारियों ने लापरवाही की बात से इंकार किया है.
ऑटो सिग्नल सिस्टम से नहीं होता कोई हादसा: यात्री ट्रेन और मालगाड़ी के आमने-सामने आने के मामले को लेकर रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि, "यह कोई दुर्घटना जैसी स्थिति नहीं है. ऑटो सिग्लनिंग सिस्टम के बाद से एक ट्रैक पर दो गाड़ियां चलाई जा सकती है. ऑटो सिग्नल मिलते ही ट्रेन रुक जाती है. यहां भी ऐसा ही हुआ है. इस मामले में कोई दुर्घटना नहीं हो सकती है."
बिलासपुर मंडल के कई सेक्शन में ऑटोमेटिक सिग्नलिंग ब्लॉक सेक्शन है. रेलवे सामान्य नियम के अनुसार जहां भी सेक्शन बनाता है, वहां एक ही लाइन पर एक से अधिक गाड़ियों का सुरक्षित परिचालन एक डिवीजन में सिग्नल के आधार पर किया जाता है. -साकेत रंजन, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे
कब की है घटना: ये पूरी घटना बुधवार शाम करीब 4 बजे की है. बिलासपुर से यात्री ट्रेन रायपुर के लिए रवाना हुई. ट्रेन दाधापारा स्टेशन से निकलकर चकरभाठा स्टेशन के ओवरब्रिज के पास आकर रुक गई. यात्री ट्रेन के ठीक पीछे उसी ट्रैक पर एक मालगाड़ी आते दिखी, जिसे देखकर यात्रियों में हड़कंप मच गया. यात्री बिना देरी किए ट्रेन से उतरने लगे. सभी यात्रियों के एक साथ ट्रेन से उतरने की कोशिश में धक्का मुक्की होने लगा और लोगों की चीख पुकार शुरू हो गई. यात्रियों को ट्रेन के टकराने और बालासोर में हुए हादसे जैसा हादसा होने का डर सताने लगा. मालगाड़ी, यात्री गाड़ी के ठीक पीछे आकर खड़ी हो गई. एक ट्रैक पर दो ट्रेनों के खड़ी होने और यात्रियों के बाहर निकलने के बाद वहां आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई. ओवरब्रिज के ऊपर भी लोगों की भीड़ पहुंच गई.