रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के जाति विवाद का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. मामले में पूर्व विधायक आरके राय के साथ JCCJ के कार्यकर्ताओं ने सिविल लाइन थाने में जोगी की जाति को सत्यापित करने वाले तत्कालीन नायब तहसीलदार और जोगी की जाति को कोर्ट में चैलेंज करने वाली समीरा पैकरा के खिलाफ धोखाधड़ी और झूठा षड़यंत्र रचने की शिकायत दर्ज कराने पहुंचे थे. जिस पर पुलिस ने शिकायत लेकर मामले की जांच की बात कह रही है.
रिटायर्ड नायब तहसीलदार और समीरा पैकरा के खिलाफ थाने पहुंचे जोगी समर्थक
अजीत जोगी जाति मामले में जनता कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जाति प्रमाण पत्र जारी करने वाले तत्कालीन नायब तहसीलदार और समीरा पैकरा के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई है. कार्यकर्ताओं ने दोनों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. वहीं इस मामले में तत्कालीन नायब तहसीलदार ने कहा था कि उसने जोगी का जाति प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किए थे.
इससे पहले समीरा पैकरा ने अजीत जोगी के खिलाफ गौरेला थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. तत्कालीन नायब तहसीलदार पतरस तिर्की के शपथ पत्र के आधार पर अजीत जोगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. पतरस तिर्की ने 4 सितंबर को एक शपथ पत्र जारी किया था, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि जोगी के जाति प्रमाण पत्र को उसने सत्यापित नहीं किया था. करने की बात कही गयी थी. इसी शपथ पत्र को आधार बनाकर JCCJ के कार्यकर्ता पतरस तिर्की और समीरा पैकरा के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंचे थे.
पढ़ें : EXCLUSIVE: गांधी जयंती के विशेष सत्र पर क्या पहनकर आ रहे हैं आपके विधायक, जान लीजिए
पूर्व विधायक आरके राय ने कहा कि, पतरस तिर्की ने पूर्व में कलेक्टर के एक पत्र के जवाब में जोगी के जाति को सत्यापित करना स्वीकार किया था. नये शपथ पत्र में वे इससे इंकार कर रहे हैं. राय ने इसे राजनैतिक साजिश बताया है. साथ ही 48 घंटे के भीतर पतरस तिर्की और समीरा पैकरा को गिरफ्तार करने की मांग की है और गिरफ्तारी न होने पर प्रदेश भर में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.