बिलासपुर: शहर में नागरिकों को मिलने वाली सुविधा के आकलन और भविष्य की कार्य योजना तैयार करने के लिए भारत सरकार शहरी विकास मंत्रालय देशभर में ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स सर्वे करा रही है. सर्वे 1 फरवरी से 29 फरवरी तक चलेगी. इस सर्वे में शहर के नागरिक को अपने फीडबैक देने की सुविधा दी गई है.
ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स सर्वे की तैयारी बता दें कि शनिवार को नगर निगम कमिश्नर और स्मार्ट सिटी के एमडी प्रभाकर पांडे ने कहा कि 'इस सर्वे में देशभर के स्मार्ट सिटी शामिल होंगे'. सर्वेक्षण के दौरान शहर के सभी नागरिक जीवन की सुगमता के निर्धारण के लिए अपने शहर में उपलब्ध सुविधाओं और सेवाओं के संबंध में अपना फीडबैक दे सकेंगे.
एमडी पांडे ने बताया कि 'यह सर्वे का मूल उद्देश्य शहरों में आम जनता के लिए उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी लेना और सर्वे के बाद जारी परिणाम और डाटा के विश्लेषण के आधार पर भविष्य के लिए कार्य योजना तैयार करना है.ताकि आम जनता के जीवन स्तर और मूलभूत सुविधाओं का विस्तार किया जा सके'.
रैंकिंग की घोषणा
सर्वे के बाद बुनियादी सुविधाओं के आधार पर भारत सरकार रैंकिंग की घोषणा करेगी. जिसमें गुणवत्तापूर्ण जीवन के लिए 35% नंबर, आर्थिक क्षमता के लिए 15% नंबर, शहरी व्यवस्था की स्थिरता के लिए 20% नंबर और नागरिकों के फीडबैक पर 30% नम्बर निर्धारित है. बता दें कि ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स के गत वर्ष सर्वेक्षण में बिलासपुर शहर को देश में 13वां स्थान प्राप्त हुआ था.
जनता तक कैसे पहुंचेगी
आम जनता को इस सर्वे के प्रति जानकारी देने के लिए शहर भर में बैनर पोस्टर लगाए जाएंगे साथ ही लोगों को जागरूक किया जाएगा. बिलासपुर स्मार्ट सिटी के पेज के जरिए सोशल मीडिया में भी इस सर्वे की जानकारी दी जाएगी.