बिलासपुरः कई अटकलों के बाद और भाजपा के दिग्गज नेताओं को दरकिनार कर बिलासपुर लोकसभा सीट से अरुण साव का नाम फाइनल हो गया है. प्रदेश की संवेदनशील सीट बिलासपुर से बीजेपी के प्रत्याशी बने अरुण साव पूर्व उपमहाधिवक्ता रह चुके हैं और संगठन और संघ से उनका गहरा जुड़ाव बताया जा रहा है.
बिलासपुर सीट से बीजेपी के लिए कई दावेदार लाइन में लगे थे. यहां तक कि भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने दिल्ली में डेरा डाल दिया था. पार्टी ने इस बार अपने कठोर क्राइटेरिया के तहत वर्तमान एमपी और हारे या जीते विधायकों को टिकट नहीं मिलेगी यह पहले ही डिक्लेयर कर दिया था. जिसके बाद बिलासपुर सीट से आखिर किसको टिकट मिलेगी ये कहना जरा मुश्किल हो गया था.
पार्टी ने ओबीसी वोट को साधने की कोशिश की है
अरुण साव के अलावा ब्रजेन्द्र शुक्ला जैसे नाम भी प्रमुखता से सामने आ रहे थे और अंत में अरुण साव के नाम पर मुहर लग गई. जानकारों की मानें तो अरुण साव के माध्यम से पार्टी ने ओबीसी वोट को साधने की कोशिश की है और वर्तमान एमपी के खिलाफ बने एंटीएनकम्बेंसी फैक्टर को भी कम करने का प्रयास किया गया है.