बिलासपुर:जांजगीर चांपा में 5 दिनों तक बोरवेल में फंसे रहने के बाद आखिरकार बीते रात राहुल को निकाल लिया गया. फिलहाल राहुल की चिकित्सा बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में चल रही है. सीएम बघेल बुधवार को राहुल से मिलने अपोलो अस्पताल पहुंचे. इस दौरान सीएम बघेल ने घोषणा की कि राहुल के चिकित्सा और शिक्षा-दीक्षा का खर्च राज्य सरकार (Baghel government will bear education and medical expenses of Rahul Sahu ) उठाएगी.
दिल्ली में चल रहे राजनीतिक हलचल पर सीएम का बयान: इस दौरान मीडिया से मुखातिब हो सीएम बघेल ने कहा, "भाजपा और केंद्र सरकार को सिर्फ एक शख्स से ही डर है और वो है कांग्रेस और राहुल गांधी. दिल्ली में पूरा भय का माहौल व्याप्त किया जा रहा है. पुलिस के माध्यम से केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस लोगों की आजादी छीन रही है. कांग्रेस नेताओं को ईडी ऑफिस के बाहर गिरफ्तार किया जा रहा है. यहां तक कि उन्हें एआईआइसी के कार्यालय तक जाने नहीं दिया जा रहा है. जो व्यक्ति सफेद कपड़े पहनकर जा रहा है उसे गिरफ्तार कर रहे है. दिल्ली पुलिस के द्वारा नेताओं के अलावा पत्रकारों को भी सफेद कपड़ा पहनकर रिपोर्टिंग नहीं करने दिया जा रहा है. केंद्र के हर गलत निर्णय के विरोध में राहुल गांधी ने आवाज उठाया इसलिए उन्हें फंसाया जा रहा है. उन्हें ईडी के माध्यम से परेशान किया जा रहा है. लेकिन वो और हम परेशान नहीं होंगे. ईडी के ऑफिस में मीडिया का कैमरा लगवा दीजिए".
जो पहले ही घाटे में चल रही है, उसमें कैसा घोटाला: आगे सीएम बघेल ने कहा कि "नेशनल हेराल्ड जो पहले ही घाटे में चल रही है, उसमें कोई क्या घोटाला करेगा? आखिर जनता भी जाने की राहुल गांधी क्या जवाब दे रहे हैं जनता भी जाने और मीडिया भी. ईडी को न्यूज चैनलों के कैमरे लगाकर उसका लाइव प्रसारण करवाना चाहिए कि राहुल गांधी ईडी के सवालों का जवाब दे रहे हैं या नहीं. कांग्रेस वो पार्टी है जो गोरों के सामने नहीं झुकी तो भाजपा से क्या डरेगी."
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नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के स्कूल 15 साल बाद खुलेंगे: 16 जून से प्रदेश में सभी स्कूल खुलने वाले हैं. इस विषय में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश के सभी स्कूलों को खोलने की तैयारी कर ली गई है. अब तो वो स्कूल भी इस सत्र से खुलेंगे, जो 15 सालों से बंद पड़े हैं. जिन्हें खोलने के लिए भाजपा की सरकार ने कभी प्रयास नहीं किया है. मुख्यमंत्री ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 15 साल से बंद स्कूल को खोलने की बात कहते हुए कहा कि जिन स्कूलों को भाजपा सरकार ने नहीं खोंले वहां के बच्चों को हम शिक्षा से जोड़ेंगे. भाजपा ने तो बच्चो को शिक्षा से दूर रखा, लेकिन हम उन्हें फिर से शिक्षा से जोड़ेंगे. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के ऐसे बच्चे स्कूल जाएंगे, जिन्हें कभी पढ़ने से रोका जा रहा था. सरकार इसके लिए पूरी व्यवस्था कर ली है. सीएम ने कहा कि शिक्षा ही भटके हुए लोगों को वापस लेकर आएगी.