बिलासपुर: पूरा प्रदेश इन दिनों सूबे के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी के जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहा है. अजीत जोगी हाइपोक्सिया ब्रेन इंज्यूरी (hypoxia brain injury) से ग्रसित हैं. हाइपोक्सिया ब्रेन इंज्यूरी क्या है, इसके बारे में जानने के लिए ETV भारत ने बिलासपुर के चर्चित न्यूरो सर्जन नीरज शेंडे से बातचीत की है और एक चिकित्सक के नजरिए से अजीत जोगी की वर्तमान स्थिति को जानने की कोशिश की.
न्यूरो सर्जन से जाने क्या है हाइपोक्सिया ब्रेन इंज्यूरी सवाल: क्या है हाइपोक्सिया ब्रेन इंज्यूरी (hypoxia brain injury) ? डॉक्टर:विशेषज्ञ बताते हैं कि अगर किसी भी कारण से ब्रेन में खून की सप्लाई कुछ सेकेंड के लिए बंद हो जाती है, जिससे ब्रेन डैमेज हो जाता है. ऐसी स्थिति को हाईपोक्सिया ब्रेन इंज्यूरी कहते हैं.
सवाल: रिकवर के कितने चांस हैं ?
डॉक्टर:ये इस बात पर डिपेंड करता है कि कितनी इंज्यूरी है, इंज्यूरी कम होने पर पूरी तरह ठीक हो सकते हैं. कोमा के दौरान भी रिकवरी इस बात पर डिपेंड करती है कि इंज्यूरी कितनी है.
सवाल: इंज्यूरी के बाद तुरंत ट्रीटमेंट मिलना जरूरी.
डॉक्टर:ब्रेन इंज्यूरी के बाद तुरंत ट्रीटमेंट मिलना सबसे ज्यादा जरूरी है. पेशेंट को कितना जल्दी ट्रीटमेंट मिलना शुरू होगा उसकी रिकवरी उतनी जल्दी होगी.
सवाल: क्या मेमोरी लॉस के भी चांसेज ?
डॉक्टर:इंज्यूरी ज्यादा होने पर पेशेंट अनकॉन्शस और अन रिसपोंसिव रहता है लेकिन इंज्यूरी कम होने पर पूरी तरह रिकवर हो सकते हैं, 100 परसेंट रिकवरी के पूरे चांस हैं. वेंटिलेटर से हटाने के बाद रिकवरी के बारे में पता चलेगा. पेशेंट का ऐज फेक्टर भी रिकवरी में काफी मायने रखता है.
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की तबीयत शनिवार को अचानक बिगड़ गई थी. तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. डॉक्टर ने बताया कि जोगी घर में गंगा इमली खा रहे थे. इस दौरान इमली का बीज उनके गले में फंस गया, जिससे उनकी सांस रुक गई. जोगी पिछले तीन दिनों से वेंटिलेटर पर हैं.