बिलासपुर : चार महीने पहले अक्टूबर 2022 में इंदौर-बिलासपुर फ्लाइट की शुरुआत की गई थी. इसके बंद होने की बात सामने आने पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है. जहां एक ओर कांग्रेस पदाधिकारी केंद्र सरकार पर इसे बंद करने की साजिश का आरोप लगा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ भाजपा पदाधिकारी इसे राज्य सरकार की विफलता बता रहे हैं. समर शेड्यूल में 2 महीने तक बिलासपुर-इंदौर और इंदौर-बिलासपुर तक के लिए बुकिंग शामिल नहीं किया गया है. 26 मार्च से बिलासपुर और इंदौर के यात्री इस फ्लाइट में सफर नहीं कर पाएंगे.
फ्लाइट बंद होने पर राजनीति :बिलासपुर इंदौर फ्लाइट के बंद होने के कयास को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं. कांग्रेस के पदाधिकारी केंद्र सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि जिस तरह बिलासपुर भोपाल फ्लाइट को शुरू करने के कुछ महीनों में बंद कर दिया गया था. बन्द के पीछे कारण बताया गया था कि बिलासपुर-भोपाल और भोपाल-बिलासपुर के लिए यात्री पर्याप्त नहीं मिल रहे हैं. विमानन कंपनी को नुकसान हो रहा है. इसी तरह बिलासपुर-इंदौर फ्लाइट को बंद कर दिया जा रहा है. केंद्र सरकार साजिश रच रही है.
केंद्र पर साजिश का आरोप :नागरिक सुविधा एवं जनसंघर्ष समिति के पदाधिकारी और कांग्रेस नेता महेश दुबे, टाटा महाराज ने कहा कि '' पिछले 4 सालों से वे बिलासपुर के बिलासा एयरपोर्ट में 4सी लाइसेंस, नाइट लैंडिंग और यात्रियो के लिए दिए जाने वाले अन्य सुविधाओं की मांग कर रहे हैं. वो तो दिया नहीं जा रहा, उल्टे जिस तरह भोपाल-बिलासपुर फ्लाइट को बंद कर दिया गया था. उसी तरह अब बिलासपुर-इंदौर फ्लाइट को भी बंद करने की साजिश की जा रही है.