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मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा ने किया गौठान का निरीक्षण

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Published : Oct 26, 2020, 9:49 PM IST

सीएम भूपेश बघेल के सलाहकार प्रदीप शर्मा ने सोमवार को गौठान का निरीक्षण किया. इस दौरान शर्मा ने गौठान में बनाए जाने वाले वर्मी कंपोस्ट के कार्य को सराहा. साथ ही उन्होंने बीज प्रोसेसिंग की संभावनाओं पर भी बात की.

Pradeep Sharma inspected Gothan in kota
गौठान का निरीक्षण

बिलासपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सलाहकार प्रदीप शर्मा ने सोमवार को कोटा विकासखंड के विभिन्न गौठानों का निरीक्षण किया. उन्होंने गोधन न्याय योजना का जायजा लिया और गौठानों में आर्थिक गतिविधियां बढ़ाकर इन्हें ग्रामीण उद्योग पार्क के रूप में विकसित करने की संभावनाओं पर चर्चा की. इस दौरान उनके साथ कलेक्टर डॉ.सारांश मित्तर भी मौजूद थे.

प्रदीप शर्मा आदिवासी बाहुल्य मोहदा ग्राम पंचायत और कंचनपुर के गौठान पहुंचे. उन्होंने मोहदा के गौठान में गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन को देखा. यहां प्रगति स्व-सहायता समूह की महिलाओं की ओर से 15 वर्मी टैंक और 5 नाडेफ टैंक में वर्मी कम्पोस्ट खाद का निर्माण किया जा रहा है. समूह की महिलाएं अब तक 31 क्विंटल वर्मी खाद बना चुकी हैं. जिसमें से 20 क्विंटल खाद वन विभाग को बेचा भी गया है.

बीज प्रोसेसिंग की संभावनाओं पर चर्चा

गौठान में पशुओं को चारा उपलब्ध कराने के लिए भी 5 टैंक बनाए गए हैं. प्रदीप शर्मा ने स्व-सहायता समूह की महिलाओं और चरवाहों से चर्चा की. उन्होंने चरवाहों से पूछा कि उन्हें गोबर का पैसा मिला है या नहीं. प्रदीप शर्मा ने गौठानों में ग्रामीणों की ओर से लाए जाने वाले गोबर को सुरक्षित तरीके से रखने के उपायों पर जोर दिया. साथ ही वनांचल के इस गौठान में लघु वनोपज लाख, हर्रा, बहेरा और बीज प्रोसेसिंग की संभावनाओं पर भी वन मंडलाधिकारी से चर्चा की.

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घरों में बाड़ी लगाने की अपील

प्रदीप शर्मा ने कंचनपुर के गौठान में गोबर से वर्मी खाद निर्माण को देखा और उसकी गुणवत्ता को परखा. यहां 15 वर्मी टैंक और 5 नाडेप टैंक में अभी तक 55 क्विंटल खाद तैयार किया जा चुका है. गौठान में तीन महिला स्व-सहायता समूह सक्रिय है जो खाद बनाने के साथ-साथ गौठान की बाड़ी में सब्जी उत्पादन कर रही हैं. प्रदीप शर्मा ने गौठान में बनाए गए चारागाह और बाड़ी का अवलोकन किया. साथ ही महिला स्व-सहायता समूहों से चर्चा की और उनकी समस्याओं के बारे में जाना. महिलाओं से उन्होंने कहा कि वे अपने घरों में भी बाड़ी लगाएं. सब्जी उत्पादन के लिए गौठान के वर्मी खाद का ही उपयोग करें. ताकि ग्रामीणों को भी ऐसा करने की प्रेरणा मिले.

मन लगाकर करें मवेशियों की सेवा: प्रदीप

चरवाहों से बातचीत के दौरान पता चला कि प्रत्येक चरवाहे को गौठान से प्रतिदिन लगभग 30 किलो गोबर मिल जाता है. यहां पर एक चरवाहे की औसत मासिक आय 18 हजार रुपये हो रही है. प्रदीप शर्मा ने चरवाहों से कहा कि मवेशियों की मन लगाकर सेवा करें क्योंकि इन्हीं से उनको आजीविका मिल रही है. भ्रमण के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेन्द्र सिंह ठाकुर, डीएफओ कुमार निशांत, जिला पंचायत के एपीओ रिमन सिंह सहित जनपद सीईओ, उद्यानिकी,कृषि, पशुपालन विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे.

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