बिलासपुर: बिलासपुर दपुमरे में हो रही भर्ती को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं. रेलवे भर्ती में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को लेकर संयुक्त रूप से आंदोलन को लेकर आम आदमी पार्टी ने प्रेसवार्ता देकर जानकारी दी. आप ने बोर्ड और दपुमरे पर आरोप लगाया है कि दूसरे रेलवे भर्ती बोर्ड के परीक्षार्थियों के काम नंबर होने के बाद भी उनकी भर्ती की जा रही है. आप ने रेलवे पर आउट सोर्सिंग का भी आरोप लगाया है.
AAP पार्टी ने दपुमरे पर आउट सोर्सिंग का लगाया आरोप यह भी पढ़ें:Nagpanchami 2022 : सांपों को पकड़ना या करतब दिखाना है गैरकानूनी
रेलवे भर्ती बोर्ड में आउट सोर्सिंग के आरोप:दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) में आउट सोर्सिंग के आरोप लग रहे हैं. प्रतियोगियों के साथ प्रेसवार्ता कर आम आदमी पार्टी ने रेलवे पर आउट सोर्सिंग का आरोप लगाया है. आम आदमी पदाधिकारी और प्रतियोगियों ने बताया कि "2018 में असिस्टेंट लोको पायलट के लिए निकाले गए वेकेंसी में अब दूसरे RRB के केंडिडेट्स का आउट सोर्सिंग किया जा रहा है. जबकि, बिलासपुर RRB के मेरिट में आने वाले युवाओं को मौका नहीं दिया जा रहा है. बिलासपुर RRB में 2509 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया था. इसे भरने के लिए रेलवे ने ही नियम बनाया था कि एक RRB से एक ही प्रतियोगी आवेदन पत्र जमा कर सकता है. लेकिन रेलवे ने इस नियम को अब हटा दिया है, जिसके कारण बिलासपुर के RRB के प्रतियोगियों की मेरिट सूची प्रभावित हो रही है और उन्हें भर्ती से वंचित होना पड़ रहा है."
मनमानी के खिलाफ रेल मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा:वहीं प्रतियोगियों ने बताया कि "रेलवे के पूर्व में बनाए गए नियम के अनुसार एक RRB के प्रतियोगी को दूसरे RRB में आवेदनपत्र जमा करने का नियम नहीं था. इसी आधार पर छत्तीसगढ़ के बेरोजगार युवाओं ने बिलासपुर RRB में आवेदनपत्र जमा किया था. उनका कट ऑफ मार्क 67.80% गया है. लेकिन, रेलवे की ओर से नियम में बदलाव कर दूसरे RRB के प्रतियोगियों का यहां भर्ती किया जा रहा है. यही नहीं दूसरे RRB में कम अंक पाने वाले प्रतियोगियों का चयन किया जा रहा है. जिसकी वजह से बिलासपुर RRB के मेरिट में आने वाले प्रतियोगी वंचित हो रहे हैं. आम आदमी पार्टी ने प्रतियोगियों को समर्थन देते हुए रेलवे की इस मनमानी के खिलाफ रेल मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. चेतावनी दी है कि मेरिट में आने वाले स्थानीय युवाओं को वंचित किया जाएगा तो 3 अगस्त को वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे."