बिलासपुर: ताला छत्तीसगढ़ का प्रमुख पर्यटन स्थल है. यहां पांचवी-छठवीं शताब्दी का पुराना किला और मंदिर आज भी पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं. मनियारी नदी के तट पर बसे ऐतिहासिक नगरी में वैसे तो वर्ष भर लोगों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन नववर्ष समेत अन्य मौके पर यहां बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ती है.
बिलासपुर : सैलानियों को लुभा रहा 5वीं-6वीं शताब्दी का किला और मंदिर - बिलासपुर ताला
35 किलोमीटर दूर रायपुर मार्ग पर बसे ताला में साल में एक बार मेला लगता है, जिसका आनंद लेने लोग पहुंचते हैं.
जिला मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दूर रायपुर मार्ग पर बसे ताला में साल में एक बार मेला लगता है, जिसका आनंद लेने लोग पहुंचते हैं. रूद्र शिव की विश्वविख्यात लाल पत्थर की विलक्षण मूर्ति के मिलने से ताला का महत्व और भी बढ़ गया है.
कई प्राचीन कलाकृतियां सामने आई
पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित ताला में वैसे तो खुदाई में कई प्राचीन कलाकृतियां सामने आई हैं. आगे भी यहां विलक्षण मूर्तियां मिलने की उम्मीद है. छत्तीसगढ़ शासन ने ताला के महत्व को और भी बढ़ाने यहां महोत्सव कार्यक्रम भी आयोजित करना शुरू किया है, जिससे ताला की विशेषता में विकास की चाबी लग गई है.