बीजापुर: छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बारिश ने कहर बरपा रखा है. कई जिलों में बीते सात से आठ दिन से रूक-रूककर बारिश हो रही है, जिसके कारण जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बीजापुर में भी लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है, जिसके कारण नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है. कहीं मकान क्षतिग्रस्त हो रहा है, तो कहीं आवागमन बंद हो चुका है. बीजापुर के करीब 50 गांव से ज्यादा अंदरूनी गांव जिला मुख्यालय से कट गए हैं.
पुलिया के दोनों ओर कतार लगाए खड़े राहगीर बीजापुर में बाढ़ का आसार
मिंगाचल, बंगापाल, जांगला में पुल के ऊपर पानी होने से आवागमन बंद है, तो वहीं दूसरी ओर तुमनार पुल में भी पुल के उपर पानी होने से आवागमन प्रभावित है. भोपालपटनम से तारलागुडा की ओर रामपुरम के पास पुल के ऊपर से पानी होने से तेलंगाना को जाने वाला मार्ग भी बंद है और तिमेड के पास इंद्रावती नदी के बाद सोमनपल्ली में पानी भरे होने महाराष्ट्र मार्ग भी बीजापुर से कट गया है.
पुलिया के दोनों ओर कतार लगाए खड़े वाहन पुलिया के दोनों ओर राहगीर
पुलिया के दोनों ओर यात्री अपने वाहनों को लेकर खड़े हैं, वहीं सामानों से लदे वाहने भी पुलिया के दोनों ओर कतार लगाए खड़े हैं. आपदा प्रबंधन विभाग ने सुरक्षा के इंतजाम किए हैं, ताकि कोई भी राहगीर अपनी जान जोखिम में न डालें. फिलहाल बंगापाल, तुमनार की वजह से बीजापुर टापू बनकर रह गया है. जिला प्रशासन की तरफ से राहगीरों को एक आश्रम में भोजन और रहने की व्यवस्था की गई है.
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खतरे के निशान से उपर बह रही नदी
बारिश की वजह से नदी, नाले खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं. बढ़ते जलस्तर से अंदाजा लगाया जा रहा है कि हालात को नियंत्रित करने में दो से चार दिन का समय लग सकता है. छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग ने गुरुवार को भी भारी से मध्यम बारिश की संभावना जताई है. मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया है.