बीजापुर: जिले के भैरमगढ़ ब्लाॅक के धुर नक्सली प्रभावित ग्राम जैगुर के ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी आई है. अब इन्हें 12 किलोमीटर का सफर तय कर राशन लेने माटवाड़ा नहीं जाना पड़ेगा. इलाके के ग्रामीणों ने इसके लिए प्रशासन का आभार जताया है.
दूरस्थ अंचल जैगुर में खुली राशन की दुकान
जिला प्रशासन ने दूरस्थ ग्राम जैगुर में ही उचित मूल्य की दुकान शुरू करवाई है. जिसका संचालन ग्राम पंचायत की तरफ से किया जा रहा है. इस राशन दुकान के खुलने से अब जैगुर के साथ ही मालेगुंडा के 241 राशन कार्डधारी हितग्राहियों को चावल, चना, शक्कर, नमक और केरोसीन अपने ही गांव में आसानी से मिलने लगा है.
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अब राशन के लिए नहीं चलना पड़ेगा 12 किलोमीटर पैदल
गांव में ही उचित मूल्य की दुकान खुलने पर जैगुर सरपंच पोदिये आरकी काफी खुश हुईं. उन्होंने बताया कि पहले 12 किलोमीटर का सफर कर माटवाड़ा से साइकिल, कांवड़ या फिर सिर पर ढोकर राशन लाना पड़ता था. बारिश के दिनों में स्थिति और भी तकलीफ वाली होती थी. अब सरकार ने उनकी सुध ली है. गांव में राशन दुकान खुलने से उन्हें काफी राहत महसूस हो रही हैं. गांव के उप सरपंच जग्गूराम मरकाम और ग्राम पटेल विज्जा आरकी ने गांव में राशन दुकान खोलने के लिए राज्य सरकार का धन्यवाद दिया.
धुर नक्सल प्रभावित जैगुर में खुली राशन दुकान बारिश के दिनों के लिए सड़क की मांग
जैगुर राशन दुकान के सेल्समेन सखाराम पोडियाम ने बताया कि खुले मौसम में जैगुर तक राशन पहुंचाने के लिए जरूर सहूलियत है, लेकिन बारिश में दिक्कत को देखकर जिला प्रशासन से सड़क की मरम्मत करने का आग्रह किया गया है. इस उचित मूल्य दुकान में मध्यान्ह भोजन, पूरक पोषण आहर, महतारी जतन योजना सहित राशन कार्डधारी हितग्राहियों के लिए कुल साढ़े 86 क्विटल चावल सहित 5 क्विंटल चना, 5 क्विंटल नमक और करीब ढाई क्विंटल शक्कर का आवंटन मिलता है.जिससे क्षेत्र के ग्रामीणों को एक बड़ी सहूलियत हो रही है.