बीजापुर: बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा और बस्तर जिले में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद प्रशासन ने जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया है. संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश निर्देश जारी किए गए हैं. बर्ड फ्लू के बढ़ते मामले को देखते हुए पशुधन विकास विभाग की ओर से मुर्गियों को बर्ड फ्लू से बचाने के लिए प्रारंभिक रोकथाम और नियंत्रण के उपाय बताए जा रहे हैं.
पशुधन विकास विभाग की ओर से नसीहद दी जा रही है. इसलिए इन किसानों को विशेष ध्यान देना चाहिए. एहतियात के तौर पर उनके दाने-पानी की व्यवस्था बाड़े में उपलब्ध करनी चाहिए जिससे उनकी मुर्गियों को भोजन के लिए खुले में विचरण न करना पड़े. जिन मुर्गी पालकों ने घर में कुत्ते पाल रखे हैं. वे उन्हे बांध कर रखें और उनके भोजन की व्यवस्था उनकी जगह पर ही करें. फार्म में आवारा कुत्ते न आए इसलिए किसानों को फार्म के चारों तरफ बाड़-बंदी करनी चाहिए.
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बर्ड फ्लू के नियंत्रण के उपाय
- फार्म और बाड़े में जाने के लिए अलग जूते या चप्पल का इस्तेमाल करना चाहिए.
- फार्म या बाड़े के बाहर फुटबाथ बनाएं जिसमें फिनायल, फाॅरमलिन या कीटाणुनाशक घोल का प्रयोग करें.
- फुटबाथ में चूने का प्रयोग भी किया जा सकता है.
- फार्म या बाड़े में जाने से पहले अपने हाथ साबुन से धो कर जाएं.
- फार्म के चारों तरफ नियमित रूप से चूने का छिड़काव करें.
- फार्म या बाड़े में पड़े छिद्रों को बंद करें जिससे चूहे और नेवले अंदर प्रवेश न कर सकें.
- फार्म और बाड़े के चारों तरफ ऊंची पेड़ों की टहनियों को काटे. ताकी कौवे, चील और गिद्ध जैसे मांसाहारी पक्षी उस पर न बैठ सकें.