बीजापुर: जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के पालनार के रहने वाले ASI मुरली ताती का बुधवार को नक्सलियों ने अपहरण कर लिया. वे जगदलपुर में पदस्थ थे. अब तक उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है. एएसआई मुरली ताती की सकुशल वापसी को लेकर टीम बनाई गई है, जो अलग-अलग जगहों पर उनकी तलाश कर रही है.
मेले से अगवा हुए ASI मुरली ताती
सहायक सब इंस्पेक्टर (ASI) मुरली ताती का परिवार उनकी सकुशल रिहाई की दुआ कर रहा है, लेकिन अब तक उनकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है, जिससे परिवार के लोग काफी परेशान हैं. ASI की तलाश के लिए देर रात गंगालूर थाने से टीम रवाना हुई है. पालनार इलाके से मुरली ताती का अपहरण हुआ था, जो धुर नक्सल प्रभावित इलाका है. जानकारी के अनुसार, एएसआई मुरली ताती 40 दिन पहले ही पालनार आए थे. वे बुधवार को गांव के मेले में घूमने गए थे, इसी दौरान शाम 4 बजे मेले से नक्सलियों ने उनका अपहरण कर लिया है. रणनीति बनाकर ASIताती की तलाश जारी है.
मुरली ताती जगदलपुर के पास कोलिंग थाने में पदस्थ थे. वहां से उन्हें जगदलपुर लाइन अटैच कर दिया गया था, इसके बाद ही ASI अपने गांव बीजापुर जिले के गंगालूर थाना अंतर्गत पालनार आए हुए थे.
बीजापुर में नक्सलियों ने सहायक सब इंस्पेक्टर को किया अगवा
नक्सली लगातार ऐसी वारदातों को दे रहे अंजाम
लगातार नक्सली इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. नक्सलियों ने 19 अप्रैल को सुकमा में दो युवकों को पहले अगवा किया, फिर उसकी हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि दोनों युवकों के परिवारवाले पुलिस विभाग से जुड़े थे. जिन दो युवकों की नक्सलियों ने हत्या की थी, उनमें एक का भाई बस्तरिया बटालियन में काम करता है, जबकि दूसरे के पिता ने नक्सलियों की धमकी के बाद पुलिस की नौकरी छोड़ दी है. नक्सलियों ने दोनों युवकों को रात में अगवा कर लिया था. इसके बाद गांव के बाहर ले जाकर दोनों की हत्या कर दी. युवकों के शव को जगरगुंडा और नरसापुर के बीच मिलमपल्ली जाने वाली सड़क पर फेंक दिया. इससे पहले नारायणपुर में 17 अप्रैल को नक्सलियों ने अबूझमाड़ के ग्राम पंचायत सचिव हरक चौधरी की भी निर्मम हत्या कर दी थी.