बीजापुर:बीजापुर एसपी अंजनेय वार्ष्णेय ने बताया कि "शुक्रवार को राममूर्ति गटपल्ली उसूर धान उपार्जन केन्द्र में सुबह पहुंचे थे. करीब 10 बजे सादी वेशभूषा में आए माओवादियों ने भरी भीड़ में राममूर्ति की पहले पिटाई की. फिर टंगिया और चाकू से राममूर्ति के ऊपर हमला करना शुरू कर दिया. जिससे राममूर्ति की मौत हो गई. माओवादी जंगल के रास्ते ग्रामीणों की वेशभूषा में पहुंचे थे."
हमला कर आरोपी वहां से भाग निकले:शुक्रवार की सुबह राममूर्ति धान बेचने के लिए उसूर के धान खरीदी केंद्र पहुंचा था. धान खरीदी केंद्र में राममूर्ति धान की बोरियों का नाप तौल करा रहा था. तभी माओवादियों ने इस घटना को अंजाम दे दिया. जब तक लोग कुछ समझ पाते तबतक राममूर्ति की मौके पर ही मौत हो गई थी. वहीं हमला करने के बाद नक्सली वहां से भाग निकले.
धान केंद्र में मचा हड़कंप: इस घटना के बाद धान केंद्र में हड़कंप मच गया और लोगों ने इस बात की जानकारी पुलिस को दिया. बीजापुर एसपी अंजनेय वार्ष्णेय ने बताया कि "हमलावर कौन थे. इस बात का पता लगाया जा रहा है. साथ ही इस हत्या का कारण भी अभी तक साफ नहीं हो सका है. मृतक धान केंद्र क्या करने आया था यह भी अभी जांच का विषय है."