बीजापुर: महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) में दिए गए प्रावधानों के अनुरूप कलेक्टर के.डी. कुंजाम ने जिला स्तरीय निरीक्षण दल का गठन किया है. दल में कुल 6 सदस्य शामिल किए गए हैं. ये दल जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पोषण चंद्राकर के नेतृत्व में गठिन किया गया है, जो जिले में हो रहे मनरेगा निर्माण कार्यों का निरीक्षण करेगा.
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पोषण चंद्राकर ने बताया कि अधिनियम में दिए गए प्रावधान के अनुसार कलेक्टर ने जिला स्तरीय निरीक्षण दल का गठन किया है, जिसमें योजना से जुड़े अधिकारियों के अलावा तकनीकी विशेषज्ञों को भी शामिल किया गया है, ताकि जिले में योजना के अंतर्गत चल रहे निर्माण कार्यो में गुणवत्ता और अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार निगरानी की जा सके.
जिला स्तरीय निरीक्षण दल के अन्य सदस्य में विजय कोमरे ईई आरईएस, मनीष सोनवानी एपीओ मनरेगा, विक्रम वर्मा, ललित मानिकपुरी और प्रशांत यादव शामिल हैं.
बता दें, कोविड-19 की भयावह महामारी का दंश पूरा विश्व झेल रहा है. इसके कहर से बचने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन ने हर चीज पर ब्रेक लगा दिया है. लोगों के सामने रोजी-रोटी की विकट समस्या खड़ी हो गई है. छत्तीसगढ़ सरकार ने लॉकडाउन के बीच मनरेगा के तहत काम शुरू कर मजदूरों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है. बलरामपुर जिले के सभी विकासखंड के अंतर्गत कुल 292 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत डबरी, तालाब सहित कुल 1593 कार्य किए जा रहे हैं, जिसमें कुल 15 हजार 762 मजदूरों को रोजगार मुहैया हुआ है. मजदूरों ने सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर मिसाल पेश की है. समय-समय पर रोजगार सहायक और पंचायत सचिव मजदूरों को सतर्क रहने के लिए जागरूक भी कर रहे हैं. मजदूरों का कहना है कि वह घर से ही पानी लेकर आते हैं. हाथ धोना भी होता है, तो वह अपने ही पानी का उपयोग कर रहे हैं.