बीजापुर : नक्सली प्रभावित जिले के अंदरूनी इलाकों के स्कूलों को नक्सली तोड़ने में लगे हुए हैं. इस कारण जिले के कई स्कूलों को बंद कर दिया गया है. नक्सल दहशत के कारण बच्चे शिक्षा से दूर होते जा रहे हैं.
बीजापुर : नक्सली तोड़ रहे स्कूल, बच्चे हो रहे शिक्षा से दूर, पोटा केबिन बना सहारा - bijapur news
नक्सलियों ने अब लोगों के बीच दहशत फैलाने के लिए स्कूलों को तोड़ने में लगे है. इससे घबराए बच्चे स्कूल जाने से डर रहे हैं.
दरअसल, शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बालक-बालिका पोटा केबिन ( रेसीडेंस आश्रम ) शुरू किया गया है. इसमें संगमपल्ली, तरलागुड़ा, पामेड़, कुटरू, बेदरे,नैमेड, जांगला, गंगालूर, बीजापुर समेत कुल 28 रेसीडेंशियल आश्रम हैं. यहां रहने, खाने, पीने, खेलने से लेकर खेलकूद के लिए ग्राउंड समेत सारी व्यवस्था की गई है. साथ ही अधीक्षक के अलावा अन्य स्टाफ भी दिया गया है.
इस आश्रम के संचालन शिक्षा स्तर को बढ़ावा देने के लिए रोज नई योजना के तहत शिक्षा का स्तर बढ़ाया जा रहा है. बता दें कि संचालित आश्रमों में नक्सल प्रभावित गांवों के बच्चे पढ़ रहे हैं, जिनके लिए सरकार हर नामुमकिन कोशिश कर रही हैं, लेकिन नक्सल इसकी सार्थक प्रयास पर पानी फेरने में लगे हैं.