बीजापुर: जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ पर एक बार फिर फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगा है. मारे गए 3 लाख के इनामी नक्सलियों के परिजनों ने जवानों पर हत्या का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि मृतक पहले नक्सली था लेकिन काफी समय पहले से ही उसने नक्सल संगठन छोड़ दिया था. परिजनों ने पूर्व नक्सली को घर से उठाकर ले जाने और कैका के जंगल में गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगाया है. (alleges of fake encounter in Naimed of Bijapur )
11 मार्च को बीजापुर जिले के नैमेड़ में हुए मुठभेड़ (Police Naxalite encounter in Naimed police station area ) में पुलिस जवानों ने सैंड्रा इलाके के नक्सल संगठन के एसीएम और इनामी नक्सली रीतेष पुनेम को मार गिराया (Naxalite Ritesh Punem killed in Bijapur ) था. लेकिन घटना के कुछ देर बाद ही ग्रामीण और परिजनों ने मीडिया को बताया कि मुठभेड़ पूरी तरीके से फर्जी था.
मोसला गांव के ग्रामीणों अवलम बुधरी, सन्नु कोरसा और मंगु कोरसा ने कि 'सुबह करीब पांच बजे जवानों की टीम गांव पहुंची थी और पूरे मोसला गांव को घेराबंदी कर लिया. इसी दौरान रीतेश पुनेम के साथ तीन अन्य लोगों को जवानों ने पकड़ लिया. कुछ देर बाद जवानों ने सन्नू, बुधरी और मंगु को छोड़कर रीतेष पुनेम को अपने साथ कैका के जंगल की ओर ले गए. लगभग 7 बजे गांव वालों को फायरिंग की आवाज सुनाई दी. बाद में पता चला कि मुठभेड़ का नाम देकर जवानों ने रीतेश पुनेम की गोली मारकर हत्या कर दी है.
Naxalite killed in Bijapur: बीजापुर में मुठभेड़ में मारा गया 3 लाख का इनामी नक्सली