बेमेतरा:जिले हो रही बेमौसम बारिश अब किसानों के लिए अभिशाप साबित हो रही है. कृषि विभाग के आंकड़ों की मानें तो जिले के 248 गांव के 13 हजार से अधिक किसानों की हजारों की फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई है.
मौसम की मार किसानों पर आफत बनकर टूटी है. किसानों के दलहन, तिलहन दोनों फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है. वहीं साजा और थान खम्हरिया क्षेत्र में केला, पपीता पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं. बता दें कि जिले में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से चना, तिवरा, अरहर के फूल पूरे झड़ गए हैं. वहीं गेहूं, पपीते, केले की फसल तेज हवा और ओले से पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं.
कृषि विभाग कर रहा फसल क्षति का आकलन
किसान रमेश साहू और संताराम साहू ने बताया कि 'बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से चना, तिवरा की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है. वहीं गेहूं, अरहर भी बारिश की भेंट चढ़ गई है.' कृषि विभाग के उपसंचालक एचएस राजपूत ने बताया कि 'शासन के निर्देशानुसार बारिश से फसलों की क्षति का आकलन किया जा रहा है. सबसे ज्यादा उन्हारी फसलों को नुकसान पहुंचा है.'