बमेतरा: छत्तीसगढ़ में तीन दिनों से जारी बेमौसम बारिश (unseasonal rain chhattisgarh) और ओलावृष्टि से धान की (Paddy wasted in Bemetara) बर्बादी का खतरा बढ़ गया है. जिले के धान खरीदी केंद्रों में बारिश ने बदइंतजामी की पोल खोलकर रख दी है. धान के कई फड़ गीले हो चुके हैं. जिससे धान सड़ सकता है.
जिले के 123 धान खरीदी केंद्रों के धान हो सकते हैं खराब !
बेमेतरा के करीब 123 धान खरीदी केंद्रों (Paddy procurement centers of Bemetara) में रख रखाव की व्यवस्था अच्छी नहीं है. मौसम विभाग ने 30 दिसंबर तक बारिश की संभावना जताई है. ऐसे में अगर लगातार बारिश होती रही तो करीब 102 सेवा सहकारी समितियों में धान खराब हो सकता है. जिले में 123 धान खरीदी केंद्रों में कुल 3 लाख 65 हजार मीट्रिक टन धान रखा हुआ है. समय रहते कोई इंतजाम नहीं किया गया तो बारिश में यह धान भीग (Paddy purchased in Chhattisgarh) सकता है.
बेमौसम बारिश से सिलादेही धान खरीदी केंद्र पर भीग गया धान, रख-रखाव को लेकर खड़ा हुआ बड़ा सवाल
धीमी गति से धान परिवहन बनी मुसीबत
धान खरीदी के बाद धान के परिवहन की सुस्त व्यवस्था (Slow system of transportation of paddy) की वजह से धान खरीदी केंद्रों में धान का स्टॉक जमा है. बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने धान खरीदी में कुप्रबंधन को उजागर (mismanagement in paddy procurement) कर दिया है. ऐसे में अगर समय रहते जल्द से जल्द धान का उठाव नहीं हुआ तो ज्यादा से ज्यादा धान बर्बाद हो सकता है.